लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट के दौरान कई कंपनियों ने हजारों करोड़ के यूपी में निवेश के लिए एमओयू साईन किए थे। इसी दौरान एक कोरिया की कंपनी यूपी में 90 हजार करोड़ रूपये निवेश करने का दावा कर रही है। कोरियाई कंपनी का कहना है कि उसने लखनऊ में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में भाग लिया था और मथुरा में एक गैस आधारित बिजली संयंत्र और संबद्ध कंपनियों की स्थापना करने का एमओयू साइन किया है। आइए जानते 90 हजार करोड़ के साइन हुए एमओयू का सच….

क्या कहा कंपनी ने

कोरिया स्थित वर्ल्डबास्टेक कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि कंपनी ने उत्तर प्रदेश में गैस आधारित बिजली संयंत्र, कोल्ड स्टोरेज और फूड प्रोसेसिंग जैसे विभिन्न परियोजनाओं में 90,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। मथुरा में एक गैस आधारित बिजली संयंत्र और संबद्ध कंपनियों की स्थापना करेंगे, जो मथुरा और आस-पास जिलों के आलू उत्पादकों की समस्या को भी हल करेंगे। वर्ल्डबास्टेक के सीईओ और अध्यक्ष के के किम ने कहा है कि निवेश की योजना पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरियाई निवेशक को बताया कि राज्य सभी संभव सहायता प्रदान करेगा और उन्हें अपनी योजना के साथ आगे बढ़ाना चाहिए।

कंपनी की आमदनी 6.5 से 13 करोड़ के बीच तो 90 हजार करोड़ का निवेश कैसे ?

बता दें कि कंपनी का रेवेन्यू 6.5 से 13 करोड़ के बीच का है। तो कंपनी किस आधार पर 90 हजार करोड़ का एमओयू साईन किया। जब इस बात का सच जानने के लिए एक टीवी चैनल ने जब इस कंपनी की जांच-पड़ताल की तो पता चला कि वहां पर जिम चलता है। इस दौरान चैनल ने योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना से संपर्क करना चाहा तो उन्होंने चैनल का नाम सुनते ही फोन काट दिया।

अडानी ग्रुप ने साईन किए अधिकतम 35 हजार करोड़ का एमओयू

इस बाबत जब चैनल ने इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं इन्डस्ट्रीयल डेवलपमेंट कमिश्नर डा0 अनूप चन्द्रा पाण्डेय से बात की तो उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट के दौरान सबसे अधिक का एमओयू जो साइन हुआ है वह 35 हजार करोड़ का है, जिसे अडानी ग्रुप ने किया है। कहा कि ऐसे किसी भी निवेश की जानकारी मुझे नहीं है जिसमें 90 हजार करोड़ का एमओयू साईन हुआ है।

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