जहां एक तरफ योगी सरकार गरीबों की हर संभव मदद करने के लिए प्रधानमंत्री आवास दे रही है वहीं आरोप है कि कुछ प्रशासनिक अधिकारियों की शह पा कर प्रधान और सेक्रेटरी ने अपात्रों को आवास स्वीकृत कर लाखों रूपये का बंदरबांट कर लिया और आवास भी नहीं बना।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]अधिकारियों से की गयी थी घोटाले की शिकायत[/penci_blockquote]

बदलापुर विकास खण्ड के ग्राम सभा भूला में ग्राम प्रधान और सिक्रेटरी की मिली भगत से सरकारी धन का दुरुपयोग व गबन करने का मामला प्रकाश में आया है। गांव के ही सर्वेश मिश्रा द्वारा आई0जी0आर0एस0 के माध्यम से संख्या 40019418027115 मुख्यमंत्री पोर्टल और जिलाधिकारी जौनपुर, कार्यालय खण्ड विकास अधिकारी बदलापुर सहित संबंधित अधिकारियों से शिकायत भी की गयी थी।

जिलाधिकारी द्वारा जिला गन्ना अधिकारी जौनपुर एवं अवर अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग महराजगंज को संयुक्त रूप से जांच अधिकारी के रूप में 18 जुलाई 2018 को नामित किया गया लेकिन जिलाधिकारी द्वारा दिया गए निर्देशों को ताख पर रख कर मामले में लीपापोती कर दी गयी और ब्लाक के अधिकारियों को भी मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश का कोई मतलब नहीं है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]कार्रवाई के निर्देश को भी किया गया नज़रअंदाज़[/penci_blockquote]

इसके पहले भी 26 जून 2018 को खण्ड विकास अधिकारी बदलापुर द्वारा उक्त संबंध में तीन लोगों की रिकवरी नोटिस जारी करते हुए शिवशंकर, खदेरू, शीला, माताफेर, साधना, इन्द्रजीत, धिराजी स्वयंवर, ज्ञानवती, कमला प्रसाद गुप्ता, लालदेव, गुरूदीन, रामसरन, रामलवट, खदेरू, निहोर, नन्हेलाल, मन्टू, बृजलाल, रामसबद, रमेश, बुधई, प्रमिला, राकेश, लुरखुर, कन्हैया, हीरावती, सहतू, रामसेवक, शिवशंकर, रामकिशोर साहू, फूलपत्ती, पलटू, श्रीराम सहित कुल 18 लोगों पर अपात्र मानकर कार्रवाई का आदेश दो बार जारी किया गया लेकिन अभी तक सिक्रेटरी संगमलाल द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई जिससे शिकायतकर्ता बार-बार तहसील से लेकर जिले के अधिकारियों का चक्कर लगा रहा है लेकिन आज तक उक्त ग्राम प्रधान, सिक्रेटरी के खिलाफ उच्चाधिकारियों द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।

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[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]प्रधानमंत्री से लेकर गृह सचिव वा राज्यपाल तक पहुंची है शिकायत[/penci_blockquote]

सूत्रों की मानें तो किसी चहेते नेता व विधायक का छाया उक्त ग्राम प्रधान पर होने के कारण अधिकारी कोई भी कार्रवाई करने से हीला—हवाली करते नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं चक्कर काटते काटते ऊबकर इस मामले में शिकायतकर्ता सर्वेश मिश्रा ने प्रधानमंत्री नई दिल्ली, राष्ट्रपति नई दिल्ली, मुख्यमंत्री लखनऊ, गृह सचिव लखनऊ, राज्यपाल लखनऊ से लिखित शिकायत करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत भूला में 2011 से 2018 तक ग्राम पंचायत में जितने कार्य करवाये गए हैं प्रार्थी ने जांच के लिए आवेदन किया जिसमें जांच अधिकारी के रूप में जिला गन्ना अधिकारी जौनपुर को नामित किया गया लेकिन मई 2018 से आज तक किसी भी प्रकार की जांच पड़ताल नहीं की गई जिसमें उक्त प्रधान द्वारा पुराने काम को फिर से जबरदस्ती कराया जा रहा है। जहां समस्त संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार मे संलिप्त लोगों पर जांच कराकर कार्रवाई करने की गुहार लगायी है।

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