कानपुर में अल्पसंख्यक आयोग के  चेयरमैन तनवीर उस्मानी ने  मुस्लिम समाज में दहेज की कुप्रथा रोकने के लिए छेड़ी एक अनोखी पहल. बारात में महज 5 लोगो को ले जाने की की अपील.

दहेज की कुप्रथा रोकने के लिए पहल:

कानपुर में मुसलमानों में दहेज की कुप्रथा पर अंकुश लगाने के लिए अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन तनवीर उस्मानी ने अभियान छेड़ा है।जिसमे ना सिर्फ खर्चीली शादियों को रोकने के लिए देश भर के मौलवी- मौलानाओ से फतवा जारी करने की बात की है। बल्कि दहेज को रोकने के लिए लड़के के घर वालों से मस्जिद में एलान कर के निकाह करने की हिमायत भी की है।
अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन तनवीर उस्मानी ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बताया कि इस्लाम में भी दहेज को गलत करार दिया गया। उन्होनें मुस्लिम समाज मे बढ़ रही दहेज की हवस को रोकने के लिए । बाकायदा मस्जिदों में  नमाज के बाद तकरीर कर लोगो से दहेज के खिलाफ लामबंद होने की बात कही।
साथ ही बताया कि आज समाज मे बढ़ रही दहेज के दानव के चलते एक ओर तमाम मुस्लिमों की लड़कियों की शादी नही हो रही। तो दूसरी ओर तलाक के मामले भी लगातार बढ़ रहे है।

बारात में केवल 5 बाराती ले जाने की की अपील:

शादी के खर्चे के बढ़ते बोझ को खत्म करने के लिए तनवीर उस्मानी ने कहा कि सिर्फ निकाह में 5 बाराती ही शामिल हो और मस्जिद में ही निकाह पढ़वाया जाए। उसी समय लड़के वाले एलान करे कि हमने बिना दहेज के शादी की है। एक पिता अपने जिगर के टुकड़े को लड़के वालों को देकर सब कुछ तो दे देता है ऐसे सूरत-ए-हाल में दहेज की कोई गुंजाइश नहीं रह जाती।
शादी के बाद लड़के वाले अपने घर पहुँच कर जी खोलकर दावत कर खुशी का इज़हार कर सकते है।
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