जौनपुर। जौनपुर के मल्हनी सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने युद्ध स्तर पर अपनी ताकत झोंक दी है। सपा के कद्दावर नेता रहे पूर्व मंत्री पारसनाथ यादव के निधन के बाद मल्हनी विधानसभा में हो रहे उपचुनाव के लिए मंगलवार को भाजपा व कांग्रेस ने भी अपने प्रत्यसी उतारे जिनमे सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा छात्रनेता रहे मनोज कुमार सिंह को व कांग्रेस ने पार्टी के पुराने कार्यकर्ता राकेश कुमार मिश्र मंगला को प्रत्याशी घोषित कर दिया।

कई पटरियों ने झोंकी ताकत।

इसके बाद आज मल्हनी विधानसभा उप निर्वाचन के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व सांसद धनन्जय सिंह ने नामांकन किया जिसके बाद चुनावी सरगर्मी और बढ़ गयी है। दरहसल सपा से पारसनाथ यादव के पुत्र लकी यादव व बसपा से जय प्रकाश दुबे के नाम की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। सपा ने अपनी इस परंपरागत सीट को बचाने के लिए तो विपक्ष सपा के गढ़ को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। कई दिनों से जौनपुर की मल्हनी सीट पर कांग्रेस से बड़े उलटफेर की चर्चा गर्म थी। राजनीतिक सूत्रों का दावा था कि पार्टी इस सीट पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर दांव लगा सकती है। उन्हें 12 अक्तूबर को लखनऊ पहुंचकर पार्टी में शामिल होने का आमंत्रण भी मिल चुका था।

कांग्रेस ने कार्यकर्ता पर ही लगाया दाव।

मगर कांग्रेस ने ऐन वक्त पर किसी बाहरी की बजाए पुराने कार्यकर्ता पर ही दांव लगाना बेहतर समझा। इसके पीछे की वजह कांग्रेस पार्टी के अंदरखाने से विरोध के स्वर उठना बताया जा रही था। उधर, धनंजय सिंह के करीब बता रहे हैं कि उन्होंने खुद कांग्रेस से दूरी बनाई। उपचुनाव में सबकी निगाहें पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर लगी थीं। रारी नाम से रही इस सीट से धनंजय दो बाद विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2017 में निषाद पार्टी का साथ होने के कारण पार्टी ने उन्हें मिले वोटों पर अपना दावा ठोंक दिया था, जबकि यह वोट व्यक्ति के आधार पर मिले थे।

– Tanmay Baranwal

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