यूपी इन्वेस्टर्स समिट 2018 प्रदेश की राजधानी में 21 और 22 फ़रवरी को आयोजित होगा. इसके लिए सरकार की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं. यूपी सरकार ने इसके लिए इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान से लेकर राजधानी के कई इलाकों को सजाना और संवारना शुरू कर दिया है. वॉल पेंटिंग के जरिये सड़क के किनारे दीवारों पर चित्रकारी की गई है तो एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों में भी सजावट का काम अंतिम दौर में है. सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए हैं. इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन पीएम मोदी उपस्थित रहेंगे जबकि राष्ट्रपति दूसरे दिन इस भव्य आयोजन का हिस्सा होंगे.

इन्वेस्टर्स समिट को लेकर डीएम ने जारी की एडवाइजरी:

ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर डीएम ने एडवाइजरी जारी की है. इन्वेस्टर्स समिट के चलते ऑफिसों स्कूलों व अन्य प्रतिष्ठानों को निर्देश दिए गए हैं. सुबह 9 बजे के पहले संस्थान के खुलने और 2 बजे के बाद छूट्टी के निर्देश दिए गए हैं. सुबह 9 से 2 बजे के बीच ट्रैफिक कम करने के लिए कदम उठाया गया है. ऑफिस में काम करने वालों को व्हीकल पुलिंग की सलाह दी गई है.

विशिष्ट मेहमानों के लिए होंगे लाइजनिंग अफसर

तैयारियों में किसी तरह की कमी नहीं रह जाए इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है. 21 और 22 फरवरी को गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सूबे का मेगा इवेंट होने जा रहा है. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा देश और विदेश से काफी मेहमान आ रहे हैं. अब तक प्रशासन ने करीब सौ ऐसे विशिष्ट राज्य अतिथि चिह्न्ति किए हैं, जिनके साथ लाइजनिंग अफसर लगाए जाएंगे. इनमें राज्यों के सीएम, सांसद, मंत्री, बड़े उद्योगपति और विदेशों से आने वाले पीएम और उद्योगपतियों को लाइजनिंग अफसर दिए जाएंगे. इसके अलावा प्रशासन ने संबंधित विभागों और निजी कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने स्तर से अतिथियों के लिए बंदोबस्त करें ताकि उनको किसी तरह की असुविधा नहीं हो.

ब्लू ब्लेजर में नजर आएंगे स्मार्ट पुलिस कर्मचारी

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मुख्य कार्यक्रम स्थल पर पुलिसकर्मी खाकी वर्दी के बजाए सादे कपड़ों में ब्लू ब्लेजर पहने नजर आएंगे. 350 से अधिक पुलिसकर्मियों के लिए ब्लेजर बनवाए जा रहे हैं. सड़कों पर भी यातायात पुलिसकर्मी नई फ्लोरोसेंट जैकेट में नजर आएंगे. होटल से लेकर कार्यक्रम स्थल के बीच सभी वीवीआइपी से लेकर मेहमानों के लिए सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए जा रहे हैं. इस कड़ी में वीवीआइपी के साथ बतौर पीएसओ तैनात करने के लिए स्मार्ट पुलिस अधिकारियों को भी चुना जा रहा है. खासकर ऐसे अधिकारियों को जिन्हें प्रदेश के पर्यटन स्थलों की भी अच्छी जानकारी हो. सुरक्षा के लिहाज से होटल के कर्मचारियों से लेकर ड्राइवर तक के पुलिस वैरीफिकेशन कराए गए हैं। ताकि कहीं कोई गड़बड़ न हो सके.

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें