उत्तर प्रदेश में आचार संहिता लगने के बाद पुलिसकर्मी अपनी मनमानी पर उतारू हो गए हैं। ताज़ा मामला मेरठ का है जहां पुलिस ने लखनऊ विश्वविद्यालय से बीटेक की पढ़ाई कर रहे बीटेक के छात्र सहित दो छात्रों को थर्ड डिग्री दी, इससे उनकी हालत बिगड़ गई।

  • छात्रों का कसूर सिर्फ इतना था कि वह चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों से दस कदम की दूरी पर रुके अफसरों से शिकायत करने पहुंच गए।
  • इतना ही नहीं पुलिस ने छात्रों को फर्जी मामले में फंसाने की भी धमकी दी है।
  • पीड़ित छात्रों के परिवार वालों ने आरोपी सिपाहियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

लखनऊ विश्वविद्यालय से बीटेक की पढ़ाई

  • जानकारी के मुताबिक, सिविल लाइन थाना क्षेत्र के प्रभातनगर निवासी सुभाष सिंह व्यापारी हैं।
  • उनका बेटा सचिन सिंह जयपुर में बीटेक फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है।
  • सचिन घर आया था शाम के समय वह अपने साथी अक्षय के साथ लैपटॉप सही कराने स्कूटी से पीएल शर्मा रोड निकला।
  • उसका दोस्त अक्षय भी लखनऊ विश्वविद्यालय से बीटेक फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है।
  • साकेत चौकी के पास चौकी इंचार्ज धनवीर यादव और दो पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में चेकिंग कर रहे थे।
  • एक सिपाही ने छात्रों को रुकने का इशारा किया।
  • गति तेज होने के कारण छात्र सिपाही से दस कदम आगे निकलकर रुके।
  • आरोप है कि सिपाही ने सचिन का कॉलर पकड़कर स्कूटी से खींच लिया।

दरोगा और तीनों सिपाहियों ने बेहोश होने तक पीटा

  • आरोप है इन वर्दीधारियों ने छात्रों को पहले तो घसीटकर सड़क पर गिरा लिया।
  • उसके बाद चौकी में ले गये दरोगा और तीनों सिपाहियों ने उन्हें थर्ड डिग्री दी।
  • छात्रों को बेहोश होने तक पीटते रहे बाद में धमकी देकर छोड़ दिया।
  • किसी तरह सचिन अपने घर पहुंचा और पिता को पूरा मामला बताया।
  • परिजन दोनों को अस्पताल ले गए सुभाष सिंह ने एसएसपी को फोन पर मामले की जानकारी दी।
  • जिसके बाद व्यापारी ने एसपी सिटी को तहरीर देकर एसआई धनवीर यादव और सिपाहियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की।

पुलिस को दिखाये थे पढ़ाई के आईकार्ड

  • पीड़ित के पिता सुभाष सिंह ने एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी से कहा कि दोनों छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं।
  • उन्होंने अपने आईकार्ड भी पुलिस को दिखाए थे लेकिन उनकी एक न सुनी गई।
  • छात्रों के शरीर पर चोट के निशान पुलिस की बर्बरता की कहानी बता रही है।
  • उन्होंने कहा कि यदि पुलिस को कार्रवाई करनी थी तो स्कूटी का चालान काटते या छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करते।
  • लेकिन पुलिस ने अपराधियों की तरह पीटा है।
  • उन्होंने कहा कि अगर इंसाफ नहीं मिला तो वह चुप नहीं बैठेंगे।

सत्ता के नशे में चूर सिपाही बोले सरकार हमारी है

  • सबसे बड़ी बात यह है के मेरठ में पुलिसकर्मी पर सत्ता को खुमार छाया हुआ है।
  • पीड़ित छात्र सचिन और अक्षय ने बताया कि जब वह पुलिसकर्मियों से छोड़ने की गुहार लगा रहे थे तो वह गालियां दे रहे थे।
  • एक सिपाही ने कहा कि सरकार हमारी है इस समय कुछ नहीं हो सकता अब भी हमारी नहीं चली तो कब चलेगी।

एसपी ने लगाई वर्दीधारियों को फटकार

  • एसपी सिटी ने दरोगा और सिपाहियों को बुलाकर पुलिस लाइन में फटकार लगाई।
  • वहीं एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि अगर छात्रों की गलती थी तो स्कूटी का चालान काटकर कार्रवाई करनी चाहिए थी।
  • किसी भी पुलिसकर्मी को मारपीट का अधिकार नहीं है।
  • जांच कराकर पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
  • वहीं आरोपी सिपाही राहुल, सौरभ और मोहित की भी जांच कराई जा रही है।
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