यूपी एसटीएफ ने फैजाबाद में तैनात को-ऑपरेटिव के एडिशनल रजिस्ट्रार से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में एक एडिशनल रजिस्ट्रार का ही जूनियर अधिकारी है। पुलिस ने उनके पास एक मोबाइल फोन और टूटा हुआ सिम बरामद किया है। दोनों ने झांसी जेल में बंद माफिया मुन्ना बजरंगी के नाम पर रंगदारी मांगी थी।

को-ऑपरेटिव के एडिशनल रजिस्ट्रार से मांगी रंगदारी

  • जानकारी के मुताबिक, गोमतीनगर के विनीतखंड निवासी विनय कुमार मिश्र फैजाबाद में को-ऑपरेटिव के एडिशनल रजिस्ट्रार हैं।
  • 24 नवंबर को उनके मोबाइल एक शख्स ने कॉल कर खुद को मुन्ना बजरंगी बताया और एक करोड़ रुपये रंगदारी मांगी।
  • धमकी दी कि तुम्हारा बेटा गोमतीनगर में पढ़ता है, रकम नहीं मिली तो उसे अगवा कर लेंगे।
  • विनय ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
  • छानबीन में गोमतीनगर पुलिस के साथ एसटीएफ को भी लगाया गया।
  • एसटीएफ की टीम ने शनिवार रात को फैजाबाद से सरैंया निवासी राम अनुज सिंह और उसके चाचा अरविंद सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
  • पुलिस के मुताबिक अरविंद फैजाबाद में विनय के अंडर में अपर जिला सहकारी अधिकारी, को-ऑपरेटिव के पद पर मंडलीय कार्यालय में तैनात है।

रुपयों की जरुरत पर सुझाया था रंगदारी का रास्ता

  • एसटीएफ के मुताबिक आरोपित राम अनुज सिंह हाल में ही जेल से जमानत पर बाहर आया है। उसे रुपयों की जरूरत थी।
  • उसने एसटीएफ को बताया कि अरविन्द सिंह ने ही उसे विनय का नाम सुझाया था और परिवार की जानकारी देकर मोबाइल नंबर उपलब्ध करवाया था।
  • आरोपित ने पूछताछ में यह भी बताया कि पीड़ित ने एक करोड़ रुपये न होने की बात कही थी तो उसने रंगदारी 50 लाख रुपये कर दी थी।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें