राजकीय निर्माण निगम तथा उपसा की आज समीक्षा बैठक विश्वेश्वरैया हाल आयोजित की गई थी। जिसमें उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस दौरान सेतु निगम, राजकीय निर्माण निगम व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भी मौजूद रहें। निर्माणाधीन योजनाओं व प्रस्तावित योजनाओं के साथ अन्य विकास कार्यों की समीक्षा की जा रही है। जिसमें केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि हम सबका उद्देश्य एक ही है। राजकीय निर्माण निगम प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में काम कर रहा है। उपसा के पास ज्यादा काम नहीं है, इसलिए हम चाहते हैं कम से कम 50 काम उसके पास जरूर हो। किसी विभाग का काम अगर शुरू हुआ, तो उसकी समय-समय पर समीक्षा होनी चाहिए।

समीक्षा बैठक में बोले डिप्टी सीएम-

इस प्रकार की बैठक बुलाने का मतलब सिर्फ कार्रवाई करना नहीं।

कार्य समय पर कब से शुरू होगा और कब खत्म होगा, इस पर चर्चा करने के लिए सुरक्षा बैठक बुलाई गई।

आने वाले समय में चाहे सेतु निगम हो या राजकीय निर्माण निगम हो, इसमें अपार संभावनाएं हैं।

हमें अपने साथी राज्यों से अधिक काम मिल रहा है उस पर भी ध्यान देना होगा।

राजकीय निर्माण निगम ने 7500 करोड़ का काम करने का लक्ष्य रखा है।

जो भी अधिकारी व कांट्रेक्टर समय से अच्छा काम करेंगे उन्हें हम सम्मानित भी करेंगे और जो समय से काम नहीं करेंगे, कार्यवाही भी की जाएगी।

2 दिन में सेतु का काम और एक दिन में 35 किमी सड़क निर्माण का काम करने का लक्ष्य रखा गया।

आप जो भी कार्य करें उसके छोटे छोटे वीडियो बनाकर अपने पास जरूर रखें।

हमारी सरकार जब से बनी है, तब से हमने अच्छे कार्य किए हैं और हमारी तरफ से पैसे की कमी नहीं होगी, हम समय-समय पर व्यवस्था करते रहेंगे।

उत्तर प्रदेश में कम से कम 100 सड़के बनाने का लक्ष्य रखें।

निर्माणाधीन प्रोजेक्टों को हमें कब खत्म करना है, उसकी तिथि आज ही निर्धारित की जाए।

जिसके जिम्मे जो काम होगा, उसकी जवाबदेही होगी।

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