उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2018 रविवार को प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित हुई। प्रदेश भर में 3121 केंद्र बनाए गए हैं। राजधानी लखनऊ में 83 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच कराई गई। दो पालियों में होने वाली इस परीक्षा के लिए राजधानी में कुल 64,837 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। परीक्षा में नकल रोकने के लिए मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों पर पूरी तरह बैन है और परीक्षा केंद्रों के गेट पर ही विडियोग्राफी करवाई गई। हालांकि यूपी के मुरादाबाद जिला से यूपी एसटीएफ की बरेली फिल्ड यूनिट ने यूपीटीईटी की परीक्षा में घुसपैठ करने की कोशिश करने के आरोप में छह अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। एसटीएफ इन सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पकड़े गए अभियुक्तों ने पूछताछ में अपना नाम सचिन, जितेंद्र, विपिन, सौरभ, सिप्पू और मिथलेश बताया है। अभियुक्तों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। गैंग के सरगना ठाकुरद्वारा निवासी राकेश को भी बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया है। उसको साथ लेकर एसटीएफ छापेमारी कर रही है। इस गैंग से जुड़े लोगों की संख्या बढ़ सकती है।

जानकारी के मुताबिक, टीईटी में पहली पाली की परीक्षा के दौरान एसटीएफ बरेली की टीम ने सॉल्वर गिरोह के सदस्यों को पकड़ा। मझोला क्षेत्र से छह संदिग्ध लोगों को पकड़ा, जो कानपुर समेत कई शहरों के रहने वाले हैं। पुलिस ने सॉल्वर गैंग को परीक्षा में बैठने से पहले ही पकड़ लिया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि परीक्षा देने के लिए एक से दो लाख तक की रकम तय हुई थी। विभिन्न स्थानों से छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस गैंग के सरगना की धरपकड़ में जुटी हुई है। बता दें कि यह गैंग इससे पहले भी कई परीक्षा में पेपर हल कर चुका है। पहले मझोला थाने में सभी से एसटीएफ की टीम पूछताछ करने में जुटी हुई है। इसके बाद अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। गैंग के सदस्यों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें लगा दी गई हैं।

मुरादाबाद के 38 केंद्रों पर टीईटी परीक्षा शुरू हुई। महानगर के परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों की जगह सॉल्वरों को बैठाने की तैयारी थी। मुखबिर की सूचना पर एटीएफ के प्रभारी अजय कुमार की टीम ने मुरादाबाद में मझोला क्षेत्र में छापा मारकर छह सॉल्वरों को पकड़ लिया। सभी से पूछताछ चल रही है। उससे जानकारी लगी कि सॉल्वरों की संख्या 20 से ज्यादा है। एसटीएफ के मुताबिक एक सॉल्वर को एक से दो लाख की कीमत में तय कर बुलाया गया था। पुलिस गैंग के सरगना व अन्य की तलाश में जुटी है। सभी से पूछताछ चल रही है। उससे जानकारी लगी कि सॉल्वरों की संख्या 20 से ज्यादा है। एसटीएफ के मुताबिक एक सॉल्वर को एक से दो लाख की कीमत में तय कर बुलाया गया था। पुलिस गैंग के सरगना व अन्य की तलाश में जुटी है। एसटीएफ की बरेली इकाई साल्वर गैंग के छह सदस्य गिरफ्तार किए। इनसे पूछताछ के आधार पर अग्रिम कार्रवाई चल रही है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]एसटीएफ ने इनकी की गिरफ़्तारी[/penci_blockquote]
1. सचिन पुत्र डालचन्द्र, निवासी डी-30, कांशीराम नगर, मुरादाबाद।
2. जितेन्द्र कुमार सैनी पुत्र रामसिंह सैनी, निवासी लोधीपुर वीजलपुर, थाना-मझोला, मुरादाबाद।
3. विपीन कुमार पुत्र अतर सिंह निवासी डबुआपुर, थाना-जालौन, जनपद जालौन।
4. सौरभ अस्थाना पुत्र गोपाल अस्थाना मकान नं. एच-415, आवास विकास कल्यानपुर, कानपुर।
5. मिथिलेष पुत्र दामोदर, निवासी-कैराकादू, थाना-गिदोर, जिला-जमुही, बिहार।
6. सिप्पू उर्फ सिरदारी, पुत्र राजेन्द्र, निवासी-राहनन, थाना-सिकन्दरा, जमुही, बिहार।

यूपी में सॉल्वर गिरोह के बड़े रैकेट का भंडाफोड़, STF ने छह सदस्यों को किया गिरफ्तार

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]29 केंद्रों पर सीडीएस की परीक्षा [/penci_blockquote]
डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के लिए 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ हर केंद्र पर दो-दो मजिस्ट्रेट तैनात किए गए। इनमें एक डीएम और एक विभाग की ओर से नामित है। छह सचल दल भी बनाए गए, जिन्होंने औचक निरीक्षण किया। इसके अलावा हर केंद्र पर पुलिस बल भी तैनात रहा। यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन (यूपीएससी) की कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (सीडीएस) की परीक्षा रविवार को शहर के 29 केंद्रों पर आयोजित हुई। इसमें करीब 15 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए। यह परीक्षा सुबह नौ से 11, दोपहर 12 से 2 और तीन से पांच बजे की तीन पालियों में हुई। डीएम कौशलराज शर्मा ने बताया कि हर परीक्षा केंद्र पर एक-एक प्रशासनिक अधिकारी तैनात रहा। टीईटी में दृष्टिबाधित एवं शारीरिक रूप से अक्षम ऐसे अभ्यर्थियों को श्रुत लेखक की सुविधा मिली, जो पढ़ने-लिखने में असमर्थ हों। ऐसे श्रुत लेखक अभ्यर्थी अपने साथ स्वंय लाया, जिसने 2018 में ही इंटर पास किया था। श्रुत लेखक का 12वीं में शामिल होने का प्रमाण पत्र एवं आवेदक का न्यूनतम 40 प्रतिशत विकलांग प्रमाण पत्र भी आवेदक को साथ लाना था। ऐसे अभ्यर्थियों को 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]प्रदेश भर में बनाये गए 3221 परीक्षा केंद्र, ये है हेल्पलाइन नंबर [/penci_blockquote]
➡3121 केंद्र बनाए गए हैं प्रदेश भर के 75 जिलों में।
➡11,70786 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं प्राथमिक स्तर के लिए।
➡6,12930 ने फॉर्म भरा है उच्च प्राथमिक स्तर के लिए।
➡17,83,716 अभ्यर्थी प्रदेश भर में देंगे टीईटी।
➡डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह 9454457262, 9450508885
➡परीक्षा नियामक प्राधिकारी, प्रयागराज कंट्रोल रूम 0532-2466761, 2466769

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]दो पालियों में टीईटी की परीक्षा [/penci_blockquote]
पहली पाली: सुबह 10 से 12:30 बजे तक टीईटी प्राथमिक स्तर की परीक्षा।
दूसरी पाली: दोपहर 3 से शाम 5:30 बजे तक टीईटी जूनियर स्तर परीक्षा।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]ये दस्तावेज और सामान लाने थे जरूरी [/penci_blockquote]
प्रवेश पत्र में अंकित फोटो युक्त आईडी।
प्रशिक्षण प्रमाण पत्र।
किसी भी सेमेस्टर के अंक पत्र की मूल प्रति अथवा संस्था द्वारा प्रमाणित प्रति।
केवल काले रंग के बॉल पॉइंट पेन का इस्तेमाल कर सकेंगे अभ्यर्थी।
ओएमआर शीट पर वॉइटनर लगाने पर का नहीं होगा मूल्यांकन।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]ट्रेन, बसों पर परीक्षार्थियों का कब्जा[/penci_blockquote]
यूपीटीईटी-2018 की प्रवेश परीक्षा देने के लिए परीक्षार्थी शनिवार से ही राजधानी में डेरा जमाये हुए थे। राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन और आलमबाग, कैसरबाग बस अड्डे के निकट फुल रहे। लाखों की संख्या में आये परीक्षार्थियों की भीड़ से ऑटो, टेम्पो, ई-रिक्शा, सिटी बसें भी फुल रही। परीक्षार्थियों की भीड़ से शहर में जाम की स्थिति बनी रही। सवारी के इंतजार में लोगों को घंटों खड़े रहना पड़ा। वहीं, ट्रेनों में अभ्यर्थियों ने त्रिवेणी एक्सप्रेस, गंगा गोमती सहित कई एक्सप्रेस में कब्जा कर लिया। सीट को लेकर यात्रियों व छात्रों के बीच काफी हंगामा भी हुआ। परीक्षा समाप्त होने के बाद शाम को काफी संख्या में छात्र चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंच गए। इससे प्लेटफार्म व ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ गई। अभ्यर्थियों ने स्लीपर कोचों पर अपना कब्जा जमा लिया। सबसे अधिक परेशानी हिमगिरी एक्सप्रेस, गंगा-गोमती एक्सप्रेस, चित्रकूट एक्सप्रेस, त्रिवेणी एक्सप्रेस समेत एक दर्जन से अधिक ट्रेनों के यात्रियों को हुई। लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर, इलाहाबाद जाने वाली विभिन्न ट्रेनों में परीक्षार्थियों के चढ़ने की मारामारी हुई। यात्रियों का कहना है कि परीक्षा के वक्त ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है। इससे आरक्षित यात्रियों को काफी परेशानी होती है। प्रशासन को परीक्षा के लिए स्पेशल ट्रेन चलानी चाहिए जिससे परीक्षार्थियों के साथ आरक्षित यात्रियों को भी सहूलियत मिले।

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