उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में मंगलवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर के 34 कैडेटों को स्वर्ण पदक एवं रजत पदक देकर सम्मानित किया। राष्ट्रीय कैडेट कोर के ये 34 कैडेट नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड-2017 में सम्मिलित हुए थे।
‘काश मुझे भी पदक मिलता’
- सम्मानित होने वाले कैडेटों में 20 लड़कियाँ एवं 14 लड़कों ने पदक प्राप्त किये।
- इस अवसर पर एन.सी.सी. के पदाधिकारी सहित सेना के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
- राज्यपाल ने एन.सी.सी. ग्रुप मुख्यालय आगरा को ‘गवर्नर बैनर‘ देकर सम्मानित भी किया।
- राज्यपाल ने कहा कि वह जब पुणे में कामर्स का छात्र थे तभी एन.सी.सी. की शुरूआत हुई थी।
- वह एन.सी.सी. में गए और छात्र के नाते चयनित हुए, कई प्रमाण पत्र मिले मगर कोई पदक नहीं मिला।
- उन्होंने कहा कि पदक पाने वाले कैडेट्स को देखकर इच्छा हो रही है कि ‘काश मुझे भी पदक मिलता’।
महिलाओं के लिए उपयुक्त अवसर
- राज्यपाल ने इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा, एन.सी.सी. सहित अन्य क्षेत्रों में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है।
- आज के कार्यक्रम में 20 लड़कियों को पदक दिये गये हैं, जबकि केवल 14 लड़के पदक प्राप्त कर पाये हैं।
- उन्होंने कहा, विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोहों में भी यह देखने को मिलता है कि 70 प्रतिशत पदक लड़कियाँ प्राप्त कर रही हैं।
- सेना में महिलाओं का प्रवेश सीमित था लेकिन अब मौलिक अंतर आ रहा है।
- भारत की तस्वीर बदल रही है, महिलाओं की भागीदारी महिला सशक्तिकरण का परिचायक है।
- उपयुक्त माहौल मिलता है तो लड़कियाँ और भी आगे जा सकती हैं।
- उन्होंने कहा कि यह देश के लिए शुभ संकेत है।