उत्तर प्रदेश रोडवेज संविदा कर्मचारी संघ के बैनरतले सोमवार को रोडवेज के संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर कर धरना दिया. 

सड़क परिवहन के संविदा कर्मचारी आज धरने पर बैठे है. रोडवेज संविदा कर्चारियों ने आज परिवहन निगम के मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में एकत्र हुए रोडवेज संविदा कर्मचारी आज सेवा से हटाए जाने, नई नियुक्तियों सहित कई मांगों को लेकर धरने पर बैठे है.

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यह धरना प्रदर्शन रोडवेज संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष होमेंद्र मिश्रा की अगुवाई में किया गया. संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष होमेंद्र मिश्रा ने बताया कि अपनी 3 मांगों को लेकर वे धरने पर बैठे हैं.

संविदा कर्मचारियों की मांगे:

-सेवा से हटायें गये समस्त संविदा परिचालकों की पूर्व में जमा सेक्योरिटी राशि पर ही बिना शर्त बहाली का सामूहिक आदेश मुख्यालय स्तर से जारी किया जाये.

-बिना आरोप सिद्ध हुये किसी भी संविदा कर्मी कि सेवा समाप्त ना किये जाने का आदेश जारी किया जाएँ.

-जब तक संविदाकर्मियों की बाहली पर मुख्यालय द्वारा अंतिम निर्णय ना हो जाए, तब तक किसी भी प्रकार की भर्ती/ संविदा भर्ती पूरी तरह प्रतिबंधित की जाएँ.

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बता दें कि कर्मचारियों ने इसको लेकर उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन को मांग पत्र भी दिया हैं. जिसमे उन्होंने संविदाकर्मियों को सेवा से हटाये जाने और क्षेत्रीय प्रबंधकों द्वारा भेदभाव किये जाने की शिकायत भी की. इसके अलावा उन्होंने इस बारे में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री और परिवहन निगम के सचिव को भी मांग पत्र देकर सूचित किया है.

संविदाकर्मचारियों ने मांग पत्र में यह भी आरोप लगाया कि संविदाकर्मियों पर दबाव बनाने के लिए उनकी संविदा समाप्त की जाती है, ताकि श्रमिक अधिकारों की मांग ना करें.

उन्होंने यह भी बताया कि परिचालकों को बिना टिकेट यात्रा करने का आरोप लगा कर सेवा से हटा दिया जाता हैं. जो कि पूरी तरीके से निराधार हैं.

इसी के साथ उन्होंने अपने साथ हो रहे शोषण के खिलाफ आवाज उठाते हुए मांगों को पूरी करने की अपील की हैं.

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