उत्तर प्रदेश में एक के बाद सामने आ रहे घोटालों में एक नौकरी घोटाला(vacancy scam) सामने आया है, जिसके तहत को-ऑपरेटिव बैंक में भर्ती के दौरान कई गड़बड़ियाँ की गयी हैं। इसके साथ ही को-ऑपरेटिव बैंक के MD पर अपने करीबियों की भर्ती करने और भर्ती के लिए नियम बदलने के भी आरोप लगे हैं।

को-ऑपरेटिव बैंक के MD का कारनामा(vacancy scam):

  • यूपी में कई घोटालों के बीच एक और घोटाला सामने आया है।
  • को-ऑपरेटिव बैंक के MD आरके सिंह ने बैंक में भर्तियों को लेकर बहुत बड़ा घोटाला किया है।
  • जिसके तहत MD सिंह ने सहायक प्रबंधकों की भर्ती के दौरान अपनी मनमानी की है।
  • साथ ही अपने जान-पहचान के लोगों को वरीयता देने के भी आरोप MD सिंह पर हैं।
  • इतना ही नहीं MD सिंह ने बिना कंप्यूटर की जानकारी रखने वाले लोगों को सहायक प्रबंधक पर तैनात कर दिया।

विज्ञापन जारी होने के बाद किये बदलाव(vacancy scam):

  • को-ऑपरेटिव बैंक के MD आरके सिंह ने बैंक में भर्तियों को लेकर बहुत बड़ा घोटाला किया है।
  • MD सिंह पर भर्ती का विज्ञापन जारी होने के बाद योग्यता और आयु आदि में गुपचुप तरीके से बदलाव कर दिए।
  • जबकि नियमानुसार, विज्ञापन जारी होने के बाद बदला नहीं जा सकता है।
  • MD सिंह ने अपने चहेतों को नौकरी देने के लिए नियम-कानून में बदलाव कर दिए।
  • पद के लिए कॉमर्स, अर्थशास्त्र, गणित, सांख्यिकी की योग्यता चाहिए थी।
  • जिसे MD सिंह ने अपने चहेतों के लिए किसी भी भाषा में स्नातक होना कर दिया।

53 में से 47 एक विशेष जाति के(vacancy scam):

  • MD सिंह के कारनामे में कुल 53 भर्तियाँ की गयी हैं।
  • 53 लोगों में से 33 लोग जसवंतनगर के रहने वाले हैं।
  • वहीँ 53 में 47 लोग एक जाति विशेष के भी हैं।
  • इतना ही नहीं 55 फ़ीसदी अंकों की अनिवार्यता को घटाकर 50 फ़ीसदी कर दिया गया।
  • मामले के संज्ञान में आने के बाद मंत्री सुरेश खन्ना ने मुख्यमंत्री योगी से शिकायत की है।
  • साथ ही उन्होंने MD सिंह को पद से हटाने की भी मांग की है।

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