15 मई को वाराणसी में एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के कई पिलर धडधडाकर निचे गिर गये थे, जिसमें करीब 50 लोग घायल हुए थे और 18 लोगों की जानें गयीं थीं. अब 2 महीने बाद उस घटना पर कार्रवाई हो रही है. अब तक 8 लोगों पर पुलिस की गाज गिरी है.

इस मामले में अब तक 6 इंजिनियर, एक प्रोजेक्ट मैनेजर हरीश चन्द्र तिवारी, और एक ठेकेदार को हिरासत में लिया गया है.

आरोप है की  पिछले कप्तान आरके भारद्वाज ने कोई भी कार्यवाही नही की और वो आरोपियों को बचा रहे थे. 

क्या हुआ था:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिला के कैंट रेलवे स्टेशन के पास एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर कई टन वजनी पिलर कैंट रेलवे स्टेशन के पास सड़क पर गुजर रहे वाहनों पर गिर गया। इस हादसे में 50 से अधिक लोग घायल हो गए। वहीं शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस हादसे में 15 लोगों की मौत की खबर आ रही थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताया था। साथ ही उन्होंने घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की थी। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए, ‘मैंने अधिकारियों से बात की है और प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद देने का निर्देश दिया है।’ इसके साथ ही दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था, ‘मैंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से इस मामले पर बात की है। यूपी सरकार मामले पर नजदीक से नजर बनाए हुए है।’ वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन को हर संभव मदद के लिए निर्देश दिए थे। मौके पर एनडीआरएफ की टीम पहुँच चुकी थी। सीएम ने मृतकों के परिवार वालों को 5-5 लाख रूपये और घायलों के परिवार वालों को 2-2 लाख रुपये देने का एलान किया था। घटना के बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के अलावा राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी तत्काल मौके पर पहुंचे थे। राहत और बचाव कार्यों में एनडीआरएफ, पुलिस की कई टीमें जुटीं थीं।

सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद रामगोपाल यादव ने की प्रेस वार्ता

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें