राजधानी सहित प्रदेश के सभी थानों में एक तरफ जहां नारी सुरक्षा सप्ताह बड़े जोर शोर से मनाकर महिलाओं की सुरक्षा का दम भरने वाली प्रदेश की पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है। वही दूसरी तरफ इटौंजा थाने के सामने छेड़छाड़ का शिकार हुई दलित महिला को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज होने के ग्यारह माह बाद भी न्याय मिलना टेड़ी खीर साबित हो रहा है।महिला के साथ छेड़छाड़ करने वाले आरोपी को इटौंजा पुलिस बचा रही है। महिला का आरोप है कि आरोपित तथाकथित पत्रकार है इस पर इटौंजा इंस्पेक्टर पूरी तरह से मेहरबान हैं। न्याय के लिए दर-दर भटक रही महिला ने चेतावनी देते हुए कहा अगर पुलिस आरोपी की गिरफ़्तारी नहीं होती है तो वह आत्महत्या कर लेगी।

महिला ने आत्महत्या करने की दी धमकी

  • जानकारी के अनुसार, इटौंजा थाना क्षेत्र के अंतर्गत थाना चौराहा निवासिनी पूजा (काल्पनिक नाम) से छेड़छाड़ एवं मारपीट करने वाले तथाकथित पत्रकार पर मुकदमा दर्ज होने के 9 माह बाद भी इटौंजा पुलिस पर आरोपी को बचाने के आरोप लग रहे हैं।
  • पीड़िता का कहना है कि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
  • आरोपी खुलेआम क्षेत्र में घूम-घूमकर पीड़ित दलित महिला को सुलह समझौता न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है।
  • आरोप है कि पुलिस आरोपी पर कार्रवाई करने के बजाय उसे अपने बराबर कुर्सी पर बैठा रही है।
  • पीड़ित दलित महिला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ जोन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से आरोपी पर कार्रवाई करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
  • पीड़िता ने बताया कि उसने आरोपी के विरुद्ध 25 जनवरी 2017 को इटौंजा थाने पर छेड़छाड़ एवं मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था।
  • पुलिस ने महिला का मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन आज तक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया।
  • महिला ने कहा कि अगर कोई कार्रवाई नहीं होगी तो वह आत्महत्या कर लेगी।
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