राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा साक्षात्कार की तारीखें घोषित होने बाद लगी अचानक रोक से अभ्यर्थी काफी नाराज हैं। इससे आक्रोशित होकर अभ्यर्थियों ने सोमवार को राजधानी में जोरदार प्रदर्शन किया। अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। इस दौरान उनकी पुलिस से नोक-झोंक भी हुई।

साक्षात्कार को किया गया स्थगित

  • प्रदर्शन कर रहे यूपी के विभिन्न जिलों से आये भारी तादात में छात्रों का कहना है कि राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने विभिन्न विभागों में खाली करीब 11 हजार पदों पर पिछली समाजवादी पार्टी सरकार में निकाली थी।

  • इनमें लेखा परीक्षक एवं सहायक लेखाकार के करीब 2500 पद, कनिष्ठ सहायक के करीब 5000 पद, ग्राम विकास अधिकारी के 3500 पद शामिल हैं।
  • इन पदों पर योगी सरकार ने गुरुवार को रोक लगा दी थी।
  • भजपा सरकार ने जिन पदों पर रोक लगाई है।
  • इन पदों के लिए लिखित परीक्षा ली जा चुकी हैं।
  • साथ ही 27 मार्च से 10 अप्रैल तक 3 तिथियों में साक्षात्कार की तिथियां भी घोषित कर दी गई थीं।
  • अचानक सरकार के फैसले से अभ्यर्थी काफी नाराज हैं जी सड़कों पर अपना आक्रोश प्रकट कर रहे हैं।
  • गौरतलब है कि भाजपा ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान भी सपा सरकार में हुई भर्ती प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए इसे चुनावी मुद्दा बनाया था।

देखिये आक्रोश की तस्वीरें:

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