वो हमारा ही नहीं पूरे देश का लाड़ला था, उस पर हमें ही नहीं पूरे देश को गर्व था। मैंने देश के लिए अपना बेटा न्यौछावर कर दिया। यह बातें जैसे ही शहीद कैप्‍टन आयुष यादव की अंतिम यात्रा के दौरान जो भी सुनता उसकी आंखों से आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।

  • कानपुर के इस लाल की अंतिम यात्रा में सड़क पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
  • परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल था, वहीं शहीद को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
  • बता दें कि शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शहीद आयुष यादव के घर पहुंचे थे।
  • अखिलेश ने शहीद के परिवार वालों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी थी।
  • इस हमले में सेना ने अपने तीन बहादुर जवानों को खो दिया।

शहीद हुआ कानपुर का लाल

  • इस फिदायीन हमले में कैप्‍टन आयुष (26) शहीद हो गए वह कुछ वर्षों पहले ही सेना में कमीशंड हुए थे।
  • कैप्‍टन आयुष इस वर्ष किसी आतंकी हमले में शहीद होने वाले भारतीय सेना के दूसरे अधिकारी हैं।
  • उनसे पहले फरवरी में दाहिया हंदवाड़ा में हुए एक एनकाउंटर में मेजर सतीश शहीद हो गए थे।
  • हमले में कैप्‍टन आयुष के साथ एक जूनियर कमांडिंग ऑफिसर (जेसीओ) और एक जवान और भी शहीद हो गया था। शहीद आयुष का परिवार 165, डिफेंस कॉलोनी जाजमऊ में रहता है।
  • इनके परिवार मे पिता अरुण कांत यादव, माता सरला यादव और बहन रूपल यादव हैं।
  • शुक्रवार को शहीद आयुष के घर जब अखिलेश यादव पहुंचे तो परिवार वालों की आंखें नम हो गईं।
  • अखिलेश ने परिवार वालों को सांत्वना दी।
  • शहीद कैप्टन आयुष यादव के घर उनकी स्कूल टीचर पहुंची।
  • उनके घर में लोगों का तांता लगा हुआ है लेकिन परिवार की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे हैं।

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