नया साल को जोरदार तरीके से मनाने की परंपरा लागभग सभी देशों में है। एक जनवरी को जहां हम विदेशी कल्चर का नया साल शराब व डिस्को के थाप पर मनाते हैं।

  • वहीं भारतीय नव वर्ष को लोग भूल जाते हैं।
  • इसी भूल को याद दिलाने के लिए हिंदी साल की शुरुआत चैत्र नवरात्रि से शुरू होती है।
  • हां इस दिन लोग शराब और डिस्को तो नहीं लेकिन मां दुर्गा के मंदिरों में पूजा-पाठ करके देवी के भजन गाते हुए नये साल का स्वागत कर भक्ति में लीन रहते हैं।

मंदिरों में गूंजे दुर्गा मां के जयकारे

  • बता दें कि चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ हो चुका है।
  • दुर्गा मां का व्रत रखने वाले श्रद्धालु नौ दिनों तक खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करते हैं।
  • इस दौरान श्रद्धालु ना तो दिन में कुछ खाते हैं ना ही सोते हैं।
  • चैत्र नवरात्रि में माता दुर्गा के नौ भिन्न-भिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना और उपवास कर माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
  • नए साल पर मां दुर्गा की पूजा के साथ ही लाखों श्रद्धालु हिंदी नए साल का लोग स्वागत कर रहे हैं।
  • राजधानी के प्रमुख मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
  • शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित मां चन्द्रिका देवी धाम में भक्तों की भीड़ उमड़ी रही।
  • हमारी संस्कृति व सभ्यता आने वाली पीढ़ी को याद रहे इसी सोच के साथ ही यह पर्व मनाया जाता है।

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