प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत जिन गावों को सांसदों ने गोद लिया है उन गावों की हकीकत जानने के लिए uttarpradesh.org की टीम निकली हुई है। इन गावों में क्या-क्या मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और गांव को गोद लेने के बाद कितना विकास हुआ है। (MP Rajendra Agrawal)

रियलिटी चेक: BJP सांसद के गोद लिए इस गांव में ना शौचालय ना पानी की व्यवस्था!

  • इसकी रियलिटी हम आप को गांव के रहने वाले लोगों से ही सुनवायेंगे।
  • ताकि आप भी जान सकें कि गांव को गोद लेने की इन सांसदों ने घोषणा तो कर दी लेकिन गांव में रहने वाले लोग समस्याओं को लेकर कराह रहे हैं परंतु इनकी सुनने वाला कोई नहीं है।

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मेरठ के सांसद के गोद लिए गांव में कागजों पर हुआ विकास

  • यूपी के मेरठ-हापुड़ लोकसभा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल दो बार से सांसद है।
  • सांसद ने मेरठ ब्लॉक का गांव बाहादरपुर को गोद भी ले रखा है।
  • अब सांसद के गोद लिए गांव की हकीकत जानने के लिए uttarpradesh.org के संवाददाता सादिक खान अपनी टीम के साथ जब गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने बताया कि गांव का विकास केवल कागजों में हुआ है। (MP Rajendra Agrawal)
  • ग्रामीणों का कहना है कि गांव में नाली, साफ सफाई और बिजली की बहुत परेशानी है।
  • बारिश हो जाती है तो गांव में जगह-जगह पानी भर जाता है।
  • नाली अभी तक नहीं बनी है कई बार शिकायत भी कर चुके है।
  • लेकिन अभी तक कोई समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
  • भले ही गांवों को शौचमुक्त करने का भले ही सरकार दावा कर रही हो लेकिन इस गांव में शौचालय नहीं हैं।
  • सांसद द्वारा गोद लिए गांव में ही महिलाएं खुले में शौच करने को मजबूर हैं।
  • महिलाएं पुरुष अभी भी गांव के बाहर खुले में शौच करने जाती हैं, इसका कारण यह है प्रधान ने शौचालय बनवाये ही नहीं।

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गांव में झांकने तक नहीं गए सांसद

  • गांववालों का आरोप है कि सांसद को गांव गोद लिए हुए 4-5 महीने हो चुके हैं लेकिन अभी तक सांसद ने गांव में जाकर दोबारा देखना भी जरूरी नहीं समझा।
  • सबसे बड़ा सवाल जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत बनाने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं मोदी के सांसद उनके सपने को पलीता लगाने में लगे हुए हैं।
  • बच्चों को नहलाने, पीने और कपड़े धोने के लिए काफी दूर से पानी भरकर लाना पड़ता है।
  • काफी दूर से पानी भरकर लाने में काफी परेशानी होती है।
  • सफाईकर्मी गांव में कभी सफाई करने के लिए नहीं जाता, आरोप है वह केवल अपना चेहरा दिखाने जाता है।
  • आरोप है कि प्रधान की मदद से फर्जी उपस्तिथि दिखाकर सरकार से वेतन ले रहा है।
  • गांव में कुछ मोहल्ले ऐसे हैं इनमें बिजली ना आने से अंधेरे में ही रातें गुजारनी पड़ती हैं।
  • रातें तो अंधेरे में गुजर ही रही हैं इन लोगों को दिन में भी लाईट नसीब नहीं होती।
  • मज़बूरी से घिरे करीब कई परिवार भीषण गर्मी में बिलबिला रहे हैं परंतु सुनने वाला कोई नहीं।
  • वहीं एक विधवा महिला का कहना है कि उनके घर के आगे रोड तक नहीं बनी है।
  • घर के आगे गंदगी ही रहती है। (MP Rajendra Agrawal)
  • सबसे बड़ी बात ये है कि महिला के घर में शौचालय तक नहीं बना है और राशनकार्ड भी नहीं है कई बार महिला कह चुकी है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।

https://youtu.be/zgwJ1X9tzog

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