जिस कार्यक्रम के बाद सीएम योगी के काफिले (cm yogi convoy) के सामने आकर आंदोलनकारियों ने काले झंडे दिखाए और हमला किया उस कार्यक्रम का आयोजन चंदा इकठ्ठा करके किया गया था।

  • इसके चलते हिंदवी स्वराज्य समारोह विवादों में घिर गया है।
  • विवि द्वारा आयोजित कार्यक्रम कैम्पस में हुआ और इसका खर्च क्रीडा परिषद ने उठाया।
  • जबकि शहर के तमाम इलाकों में बीजेपी नेताओं ने समारोह के होर्डिंग और बैनर लगवा रखे हैं।
  • इतना ही नहीं राजाजीपुरम समेत कई इलाकों के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने समारोह के नाम पर चंदा भी वसूला है।
  • तैयारियों के लिए बनी टीम में भी बीजेपी और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कई कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया था।

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पूर्व सूचना के बाद भी नहीं चेते जिम्मेदार

  • बता दें कि दक्षिण भारत में शिवाजी द्वारा हिंदू राज्य की स्थापना की याद में हिंदवी स्वराज्य दिवस का आयोजन बुधवार को किया गया था।
  • कार्यक्रम के आयोजक लविवि कर्मचारी सांस्कृतिक एवं क्रीडा परिषद के अनुसार तिब्बती निर्वासित सरकार के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल हुए।
  • इस कार्यक्रम में यूपी के राज्यपाल राम नाईक, सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के पूर्व सीएम भगत सिंह कोशियारी और केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ़ महेंद्र नाथ पांडेय ने शिरकत की थी।

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  • आयोजन को लेकर शहर में करीब 200 बड़ी और 500 से ज्यादा छोटी होर्डिंगें लगवाई गईं।
  • खास बात यह कि इनमें आयोजक के तौर पर लखनऊ यूनिवर्सिटी का कहीं जिक्र तक नहीं किया गया।
  • होर्डिंग में बीजेपी, एबीवीपी के पूर्व पदाधिकारी और नेताओं के फोटो और नाम देखने को मिले।
  • आयोजन का सारा खर्च एलयू के सांस्कृतिक एवं क्रीडा परिषद के बजट से हो रहा है।
  • ऐसे में समारोह हाईजैक होने के डर से एलयू प्रशासन ने सोमवार को प्रेस नोट जारी कर बताया कि कार्यक्रम उसका है।

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इन लोगों ने दिखाए काले झंडे

  • इस कार्यक्रम में विरोध की सूचना पहले से ही पुलिस को थी।
  • इसकी जानकारी खुपिया तंत्रों ने भी शासन को दे दी थी।
  • लेकिन इसको अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया।
  • नतीजन सीएम के काफिले को काले झंडे दिखाए गए।
  • सीएम के काफिले के आगे प्रदर्शन करने वाले लोगों में सपा छात्र सभा, स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया समेत कई छात्र नेताओं ने इसका विरोध कर काले झंडे दिखाए।
  • सपा छात्र सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल यादव ने समारोह के बाद इसके विरोध में राज्यपाल को ज्ञापन देने की बात कही थी।
  • ऐसे में कार्यक्रम (cm yogi convoy) के दौरान हंगामे की आशंका पहले से ही थी लेकिन पुलिस ने इसे हल्के में लिया।

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https://youtu.be/X4EwWmL_mUM

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