एक तरफ जहां देश के (surya pratap shahi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजधानी लखनऊ में योग किया। इस अवसर पर योगी के सभी मंत्रियों ने भी अपने अपने विधान सभा क्षेत्र में योग किया।

  • वहीं यूपी के सहारनपुर जिले में जो नजारा दिखा वह काफी चौंकाने वाला था।
  • दरअसल यहां कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही के साथ सांसद राघव लखन पाल शर्मा का छोटा भाई और सड़क दूधली हिंसा में वांछित राहुल लखनपाल शर्मा (घेरे में), भाजपा महानगर अध्यक्ष अमित गगनेजा और कमिश्नर की गाड़ी तोड़ने के आरोपी सरदार कंवलजीत सिंह कार्यक्रम में योग करते रहे।
  • लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इसका ध्यान नहीं दिया।

ये भी पढ़ें- ‘खूब पढ़ो आगे बढ़ो’ अभियान की शुरुआत करेगी भाजपा!

अधिकारियों ने की घोर लापरवाही

  • सहारनपुर में आयोजित योग शिविर में पुलिस अधिकारियों की घोर लापरवाही देखने को मिली। करीब बीस दिन पहले गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद अफसर देखकर भी इनकी अनदेखी करते रहे।
  • योग दिवस का आयोजन अंबेडकर स्टेडियम में जिला प्रशासन की ओर से किया गया था।
  • शिविर में कैबिनेट मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
  • इस योग शिविर में कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही के साथ सड़क दूधली की हिंसा में वांछित लोग भी योग करते रहे।

ये भी पढ़ें- अलीगढ़ में 6 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या!

  • योग शिविर में कमिश्नर, जिलाधिकारी, एसएसपी, एसपी सिटी समेत कई थानों का पुलिस बल मौजूद रहा लेकिन किसी की नजर इस ओर नहीं गया।
  • मंत्री के पीछे भाजपा सांसद राघव लखन पाल शर्मा के साथ उनके छोटे भाई व सड़क दूधली हिंसा के आरोपी राहुल लखनपाल शर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष अमित गगनेजा और कमिश्नर की गाड़ी तोड़ने के आरोपी सरदार कंवलजीत सिंह भी योग करते रहे।
  • हालांकि इस मामले में कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी कि उनके पीछे कोई वांछित खड़ा है पता करूंगा क्या मामला है।
  • साथ बैठे सांसद राघव लखन पाल शर्मा से भी सवाल पूछा तो उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया।

ये भी पढ़ें- तस्वीरों में देखिये मेधावियों के सम्मान का भव्य कार्यक्रम!

यह है पूरा मामला

  • गौरतलब है कि 20 अप्रैल को जनकपुरी थाना क्षेत्र के गांव सड़क दूधली में अंबेडकर शोभायात्रा निकालने के दौरान हिंसा हुई थी।
  • इस सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान फायरिंग और पथराव हुआ था।
  • बेकाबू भीड़ ने एसएसपी के बंगले में भी तोड़फोड़ की थी।
  • इस मामले में राहुल लखन पाल शर्मा, अमित गगनेजा, राहुल झाम, जितेंद्र सचदेवा, सुमित जसूजा, अशोक भारती, अजहर, सलमान व अब्दुल के विरुद्ध पुलिस ने 1 जून को एसीजेएम कोर्ट में अर्जी लगाकर गैर जमानती वारंट जारी करवाये थे।
  • इस मामले में डीआइजी सहारनपुर रेंज सुनील इमैनुअल ने इसकी जांच के लिए आदेश दिए हैं।
  • एसएसपी बबलू कुमार ने तो टिप्पणी करने से ही इंकार कर दिया।
  • एसआईटी प्रभारी एवं एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह का कहना है कि वह किसी भी आरोपी को नहीं पहचानते।
  • उनका कहना है कि (surya pratap shahi) वीडियो फुटेज व फोटो के आधार पर जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।

ये भी पढ़ें- टिकट क्लर्क ने यात्री को पीटा, ‘योगी’ को कहे अपशब्द!

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें