डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी करेगा। इसमें विवि को विश्वस्तरीय स्वरूप देनेके लिए पांच वर्षीय और बीस वर्षीय कार्ययोजना और रणनीति को शामिल किया जाएगा। कुलपति प्रो. निशीथ राय की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित पहली बैठक में विजन डॉक्यूमेंट को लेकर विचार मंथन हुआ। इसमें हर दिव्यांग की जरूरत के हिसाब से एक्शन प्लान तैयार करने सहित कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं को विजन डॉक्यूमेंट में शामिल करने पर सहमति बनी है।

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दिव्यांगों का होगा सशक्तिकरण

  • कुलपति सम्मलेन में मुख्यमंत्री योगी ने सभी विश्वविद्यालय को अपना विजन डॉक्यूमेंट जारी करने का निर्देश दिया था।
  • उसके अनुपालन में गुरुवार को शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने इस दिशा में पहल की है।
  • यह विश्वविद्यालय इस काम को शुरू करने वाला पहला विवि बन गया है।
  • उसने अपना विजन डॉक्यूमेन्ट तैयार करने का काम शुरू कर दिया है।
  • पहली बैठक में विजन डॉक्यूमेन्ट के मुख्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
  • डॉक्यूमेंट का मुख्य फोकस समावेशी शिक्षा, प्रशिक्षण, कौशल विकास के माध्यम से विशेष रूप में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण करना है।
  • साथ ही उन्हें मुख्यधारा में जोडऩे के बुनियादी उद्देश्य पर हो।
  • जिन पहलुओं पर कार्ययोजनाएं बनायी जाएंगी।
  • उसमें अवस्थापना, शैक्षिक, प्रशासनिक, परीक्षा,वित्तीय प्रबंधन, अन्तरराष्ट्रीय सहयोग आदि दिव्यांगों के हित से जुड़े काम शामिल होंगे।
  • इसमें ऐसे लक्ष्यों को समावेशित किया जाएगा, जो व्यावहारिक हों और जिन्हें अमलीजामा पहनाया जा सके।
  • दिव्यांगों को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए जरूरी है कि उन्हें प्रशिक्षण एवं कौशल विकास द्वारा रोजगार के बेहतर मौके मुहैया कराए जाएं।
  • इसमें केन्द्र एवं राज्य सरकार से मदद ली जाएगी। बैठक में प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन सहित वित्त अधिकारी शिवाकान्त शुक्ल, डीन एकेडमिक प्रो. एपी तिवारी, डीन सहित विभिन्न संकायों के डीन और विवि के अधिकारी शामिल हुए।

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विजन दस्तावेज के बिन्दु

  • हर दिव्यांग की जरूरत के हिसाब से एक्शन प्लान तैयार करना
  • कन्सलटेंसी, रिसर्च प्रोजेक्ट्स एवं सीएसआर द्वारा संसाधनों को उगाहना
  • विद्यार्थियों की रोजगारशीलता बढ़ाने के लिए कौशल विकास पर जोर देना
  • इनक्यूवेशन सेन्टर खोलकर स्थानीय संसाधनों एवं बाजार के लिहाज से काम करना
  • इन्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एण्ड रिसर्च की स्थापना
  • सेन्ट्रल लाइब्रेरी को पूरी तरह डिजिटल एवं अत्याधुनिक बनाना
  • ब्रेल प्रेस की स्थापना और सेन्सरी पार्क की स्थापना
  • विश्वविद्यालय में प्राइमरी से लेकर पीएचडी तक की उत्कृष्ट शिक्षा सुनिश्चित करना
  • ह्यूमन रिसोर्स बैंक तैयार करना
  • दिव्यांगों के शैक्षिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण के संग सामाजिक सरोकार के
    लिए काम करना
  • प्रदेश के सभी विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में दिव्यांगों के लिए
  • जागरूकता पैदा करना और उन्हें कृत्रिम अंग मुहैया कराना।

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