लखनऊ में सफाई को ध्यान में रख कर योगी सरकार ने करोड़ो की वेस्टेज वेल्डिंग मशीन लगवाई. लेकिन आज सरकार की ये योजना फ्लॉप होनी नजर आ रही है. लोग इन मशीनों का इस्तेमाल नहीं करते, ना ही करोड़ो की लागत वाली इन मशीनों की देखरेख के लिए कोई गार्ड तक हैं.  

सीएम योगी ने किया था उद्घाटन: 

आज विश्व पर्यावरण दिवस है और आज के ख़ास दिन पर सीएम योगी ने अपने कानपुर के दौरे के दौरान वृक्षारोपण कर पर्यावरण को साफ़ रहने की अपील की.

सरकार हमेशा से स्वच्छता को लेकर कार्यरत हैं. केंद्र की मोदी सरकार की तरह राज्य की भाजपा सरकार ने भी स्वच्छता को लेकर अपनी तत्परता का हमेशा प्रदर्शन किया. लेकिन सरकार को अपने इस सपने को साकार करने के लिए अभी और बहुत कुछ किये जाने की जरूरत हैं.

सबसे पहले तो स्वच्छता के लिए चलाई जा रही अपनी योजनाओं के आंकलन की जरूरत हैं कि जो युज्नाएं चल रही हैं उनका सही से क्रियान्वन हो भी रहा हैं या नहीं.

फरवरी माह में लगी थी मशीनें:

क्योंकि राजधानी लखनऊ में सरकार की कारगर योजना विफल होती दिख रही हैं. लखनऊ में करोड़ो की लागत से बनी वेस्टेज वेंडिंग मशीन अब ठप्प हो चुकी हैं.

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लखनऊ को साफ-सुथरा रखने के लिए योगी सरकार ने गारबेज वेंडिंग मशीन की शुरुआत की है। इन मशीनों में खाली बोतल या दूसरे बेकार के सामान को इधर उधर सड़कों पर फेंकने की बजाए मशीन में दाल सकते थे जिससे आपको पैसे भी मिलते थे.

लेकिन अब ये मशीन किसी काम की नहीं रही. बता दें 1090 चौराहे और हज़रतगंज मल्टीलेवल पार्किंग के पास लगी वेस्टेज वेंडिंग मशीन अब किसी काम की नहीं रह गयी हैं.

नगर निगम ने नया प्रयोग कर राजधानी वासियों को लुभाने की कोशिश की थी जो इन मशीनों की हालत देख कर विफल होती नजर आ रही हैं.

09 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना के साथ मिल कर इस मशीन का उद्घाटन किया था. लेकिन आज इस मशीन के पास कोई फटकता भीं नहीं हैं.

शुरू में लोगों को कचरा डाल कर पैसे कमाने का उत्साह था जो अब पूरी तरीके से खत्म हो चुका हैं. लोग इन मशीनों का उपयोग भी नहीं करते. करीब महीने भर में ही लोगों की दिलचस्पी खत्म हो गयी.

गौरतलब बात ये भी है कि करोड़ों रुपयों की लागत वाली यें वेस्टेज वेल्डिंग मशीनों पर ध्यान देने वाला भी कोई नहीं हैं. मशीन के पास ना तो कोई ओपरेटर बैठता है ना ही कोई गार्ड इसकी देख रेख करता हैं.

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