उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जिसे जानकर आपको काफी आश्चर्य होगा क्योंकि मामला इतना गंभीर है कि किसी की भी आंखों में विधवा महिला की विवशता को देखकर आंसू आ जाएंगे. पीड़ित महिला अपने बच्चों संग दर-दर की ठोकरें खाने को विवश है मगर जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते उसे अब तक न्याय नहीं मिल सका है ।

क्या है मामला:

मामला बाराबंकी जिले के तहसील हैदरगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत थलवारा का है जहां विधवा महिला शहजहां बानो अपने पुत्र मुहीद, बहु व 4 पोतो संग दर-दर की ठोकरे खाने को विवश है।

जानकारी के मुताबिक इन्हीं के देवर शमीम खान पुत्र मुशीर खान से इनका जमीन के बंटवारे को लेकर पिछले 4 वर्षों से विवाद चला आ रहा है ।

बता दें कि महिला के ससुर मुशीर खान के 3 पुत्र थे जिसमें सबसे बड़े पुत्र मृतक मुकीम का यह परिवार है ।

दूसरे पुत्र का वंश ही खत्म हो चुका है और बाकी बचे तीसरे सबसे छोटे पुत्र शमीम खान से जमीन के बंटवारा का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा हैं क्योंकि महिला का देवर शमीम काफी दबंग व राजनीतिक पकड़ वाला व्यक्ति हैं.

जिससे स्थानीय थाना सुबेहा में साठगांठ करके वह जमीन पर वर्षों से काबिज है ।

कई बार तहरीर देने के बावजूद नहीं हुई कोई सुनवाई:

पीड़ित महिला ने बताया कि स्थानीय थाना सुबेहा में पिछले 2 माह पूर्व प्रार्थना पत्र दिया था. थाना प्रभारी ने हीला हवाली करते हुए वापस लौटा दिया.

किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की गई जिससे मेरे देवर शमीम खान के हौसले बुलंद हैं.

[penci_blockquote style=”style-3″ align=”none” author=””]वह कहता है कि चाहे जितना दौड़ लगाओ, चाहे जिस अधिकारी के पास जाओ, मेरा कोई बाल बांका नहीं कर सकता. मेरी पकड़ उच्च नेताओं तक है मैं तुम्हें जमीन में हिस्सा नहीं दूंगा ।[/penci_blockquote]

कुछ दिनों पूर्व महिला से हुई थी मारपीट:

पीड़ित विधवा महिला अपनी आपबीती कहते कहते आंसू छलकाने लगी. उसकी आंखों में दर्द साफ झलक रहा था.

उसने दर्द बयां करते हुए कहा कि 2 माह पूर्व मुझे व मेरे लड़के मुहीद के साथ दबंग शमीम ने मारपीट भी की थी, जिसकी तहरीर मैंने थाना सुबेहा में जा कर दी.

मगर फिर भी मेरी सुनवाई नहीं हुई क्योंकि मेरे पास पुलिस वालों को देने के लिए पैसे नहीं है इसीलिए मेरा कोई सुनने वाला भी नहीं है ।

क्या बोले जिम्मेदार:

इस मामले में हैदरगढ़ एसडीएम सुशील प्रताप सिंह ने बताया मामला नायब तहसीलदार के यहां लम्बित है।

इसकी जांच करवाकर उचित कार्रवाई कर महिला की जमीन उसे दिलाई जाएगी।

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