फर्रुखाबाद जिले में सीआरपीएफ जवान दिनेश कुमार की हत्या की गुत्थी सुलझ गयी हैं. जवान की हत्या उसकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। इसका खुलासा पुलिस ने कर दिया है।

सीआरपीएफ दिनेश कुमार की हत्या का हुआ खुलासा:

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिला निवासी और श्रीनगर बीएसएफ जवान की हत्या के मामले में पुलिस ने जवान की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है. जवान के भाई की तहरीर पर पुलिस ने पत्नी, साले समेत तीन के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी।

पता चला के हत्या के बाद जवान के शव को खेत में ले जाकर जला दिया गया था. पुलिस ने मुख्य आरोपी के न मिलने पर उसके साथी को हिरासत में लिया है।

एटा जिले के थाना अलीगंज के झकरई निवासी दिनेश कुमार सीआरपीएफ 75 बटालियन श्रीनगर में तैनात थे। वह पत्नी और दो बच्चों के साथ शहर कोतवाली के गांव भगुआ नगला में मकान बनाकर रहते थे। दिनेश कुमार का आठ जून को गांव के खेत में अधजला शव मिला था।

2 दिन पहले मिली थी जवान की अधजली लाश:

उसकी शिनाख्त दो दिन बाद भाई रमेश चंद्र ने की थी। रमेश चंद्र की तहरीर पर पुलिस ने जवान की पत्नी रमा दिवाकर, उसके भाई राहुल निवासी चीनीग्राम फर्रुखाबाद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज की है।

सीआरपीएफ के जवान दिनेश कुमार की  ही रिवाल्वर से पत्नी के प्रेमी ने ही गोली मारी थी और बाद में बिजली के तार से गला घोट कर हत्या कर दी थी।

क्या है मामला:

रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 75 बटालियन श्रीनगर में तैनात 34 साल के दिनेश कुमार 6 जून को 15 दिन की छुट्टी लेकर घर के लिए रवाना हुआ.

सीआरपीएफ जवान अपने घर भगुआ नगला 7 जून की रात करीब 1 बजे पहुंच गये. जिसके बाद उनकी पत्नी रमा ने 8 जून की दोपहर अपनी सास को फोन कर ये जानकारी दी कि दिनेश 15 दिन की छुट्टी पर घर आए हैं लेकिन अभी तक घर नहीं पहुंचे।

15 दिन की छुट्टी पर आये थे घर:

जबकि सीआरपीएफ के जवान दिनेश ने अपने बड़े भाई रमेश चंद्र से 7 जून की रात 1 बजे ही फोन पर सम्पर्क किया था.

उसके बाद से ही दिनेश का मोबाइल फोन बंद हो गया। जवान के भाई ने इसके बाद रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए आशंका जताई कि दिनेश की हत्या उसकी पत्नी रमा दिवाकर, साले राहुल ने अज्ञात व्यक्तियों के सहयोग से की है और हत्या से संबंधित सबूतों को भी मिटाया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि रमा के संबंध अन्य व्यक्तियों से थे, जिनके बारे में दिनेश ने कई बार भाई रमेश व परिजनों को बताया था। इस जानकारी के बाद दिनेश रमा से सशंकित भी रहता था।

जवान की हत्या की साजिश को ऐसे दिया अंजाम:

जब दिनेश ने 7 जून की रात करीब 1 बजे गेट खटखटाया तो रमा ने घर में मौजूद प्रेमी को छिपा दिया. इसी कारण गेट खोलने में समय लगने के कारण दिनेश ने रमा को काफी खरी खोटी सुनाई। रमा ने रोकर पति का वहम दूर कर दिया।

दिनेश के सो जाने पर प्रेमी ने सुबह करीब 4 बजे दिनेश की ही लाइसेंसी रिवाल्वर से उसके दो गोली मार दी. उस समय दिनेश जिंदा छटपटा रहा था. तब प्रेमी ने बिजली के तार से दिनेश का गला दबाकर उसकी लीला समाप्त कर दी।

दिनेश की हत्या करने के बाद प्रेमी डिब्बे में पेट्रोल खरीद कर लाया। दूसरे दिन प्रेमी दिनेश की TVS से उसके शव को रख कर घर से करीब 200 मीटर दूर खेत में ले गया और वहां पेट्रोल डालकर दिनेश के शव में आग लगायी।

प्रेमी ही दिनेश के मोबाइल फोन के अलावा उसके कपड़ों का बैग ले गया।

बताया गया थाना मेरापुर के ग्राम गुठना निवासी महेश चंद्र दिवाकर का पुत्र अनमोल उर्फ अमोल ही रमा का आशिक है जो रमा के घर पर हफ्तों रहता था।

पुलिस ने पत्नी सहित प्रेमी को लिया हिरासत में :

इस मामले में पुलिस ने बीती शाम अनमोल के न मिलने पर उसके दोस्त रामगोपाल को हिरासत में ले लिया।

सुभाष चंद्र के पुत्र रामगोपाल ने पुलिस हिरासत में बताया कि मैं घर पर ही परचून की दुकान चलाता हूं. अनमोल मेरे गांव का है. उससे मेरा कोई संबंध नहीं है। अनमोल के पिता सेना से रिटायर है। अनमोल एटा से बीटीसी कर रहा है।

वहीं इस मामले में पुलिस ने जवान के साले राहुल को भी हिरासत में लेकर उसके घर से TVS नंबर यूपी 76 R/0 522 कब्जे में ले ली।

लाल रंग की TVS पर आगे पुलिस लिखा है। राहुल ने बताया कि मैं आगरा से बीएड कर रहा हूं। जीजा की हत्या में मेरा कोई हाथ नहीं है बहन का हो सकता है। राहुल ने बताया कि TVS जीजा दिनेश कुमार ने वर्ष 2013 में अपने नाम खरीदी दी थी।

पत्नी और साला हुआ गिरफ्तार:

बहन रामा TVS का कम प्रयोग करते थी वह स्कूल टैक्सी से जाती थी। 10 जून को जीजा के बड़े भाई रमेश ने फोन कर बहन से कहा कि तुम तुरंत ही यहां आ जाओ तब मैं बहन और उसके बेटे शौर्य को TVS से ले कर गया था.

वहीं बीती रात हिरासत में ली गयी रमा से पूछताछ के दौरान उसके जेठ रमेशचंद जिठानी सहित करीब आधा दर्जन परिजन भी मौजूद रहे। रमा अपनी जेठानी के साथ ही बीती देर रात कोतवाली पहुंची।

बता दें रमा थाना राजेपुर के ग्राम चाचूपुर स्थित प्राइमरी स्कूल में प्रधान अध्यापिका पद पर कार्यरत है।

दिनेश कुमार के लखनऊ में दो प्लाट हैं। दिनेश ने 8 लाख रुपए रिश्वत देकर रमा की नौकरी लगवाई थी। हत्या करने के बाद जिस कमरे में दिनेश का सब रखा गया उसमें ताला लगाया दिया गया.

जब पुत्री सौम्या ने उस कमरे का ताला खोलने को कहा तो रमा ने सौम्या को डांट दिया था। शिक्षिका रमा को महिला थाना भेजा गया।

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