नवाबों की नगरी लखनऊ में वेलेंटाइन डे के मौके पर प्रेमी युगल पार्कों में नजर आये। कहा जाता है कि 14 फरवरी प्यार का दिन है। प्यार का दिन कहा जाने वाला वेलेंटाइन डे का खुमार बुधवार को लखनऊ में देखने को मिला। प्रेमी जोड़ों ने खुलकर अपने प्यार इजहार करना चाह रहे थे लेकिन एक तरफ जहां लखनऊ विश्वविद्यालय ने कल सूचना जारी किया था कि वैलेंटाइन डे लखनऊ विश्वविद्यालय में नहीं मनाया जाएगा तो वहीं आज बेगमत रॉयल फैमिली ऑफ अवध ने विरोध करते हुए एंटी वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया।

लेकिन ये भी कहना गलत नहीं होगा कि प्यार दुनिया का सबसे खूबसूरत अहसास है। प्यार के इस महीने में वेलेंटाइन डे का दिन बड़ा ही अनोखा और खास होता है। इस दिन प्रेमी जोड़े न सिर्फ अपने दिल का हाल कहते हैं बल्कि उम्र भर यूं हीं प्यार करने का वादा भी करते हैं। वेलेंटाइन डे खासकर युवा वर्ग के लिए अहम दिन होता है जिसको वह पूरी तरह सेलिब्रेट करना चाहते हैं।

 

अंबेडकर, जनेश्वर एवं लोहिया पार्क रहा प्रेमियों का प्रमुख डेशटीनेशन

वेलेंटाइन डे पर राजधानी में कपल्स के कई डेशटीनेशन रहे। इसमें अंबेडकर पार्क, जनेश्वर पार्क, लोहिया पार्क प्रमुख रहे। लेकिन बेगमत रॉयल फैमिली ऑफ अवध ने वैलेंटाइन डे का विरोध करते हुए एंटी वैलेंटाइन डे मनाया और पार्कों में बैठे कपल व लड़के-लड़कियों को गेंदे का फूल देकर एंटी वैलेंटाइन डे मनाने की सलाह दी। तो वहीं इस दौरान महिलाओं द्वारा गेंदे के फूल दिए जाने पर कुछ जोड़े नाराज नजर आए तो कुछ जोड़ें भागते हुए नजर आए। ऐसा ही नजारा लखनऊ के पार्कों का पूरे दिन रहा।

फरहान मलिक का कहना है कि 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे का विरोध हम लोग कर रहे हैं क्योंकि हमारी भारतीय संस्कृति नहीं है यह पश्चिमी संस्कृति हमारी युवा पीढ़ी को अश्लीलता सिखा रही है, जो हम भारतीय बर्दाश्त नहीं करेंगे इसीलिए हम सब लोग आज पार्कों में वैलेंटाइन डे का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि इस तरीके से अश्लीलता पार्कों में होती है जहां पर लोग अपनी फैमिली के साथ आते हैं बच्चों के साथ आते हैं जो बेहद ही खराब है इस तरीके से पार्कों में नहीं होना चाहिए इसका हम विरोध कर रहे।

 

अश्लीलता फैलाने का जताया विरोध

वहीं इस मौके पर कई लड़कियों से जब बात की गई तो उन्होंने भी इसका विरोध करते हुए कहा कि इस तरीके से पार्काें में अश्लीलता करना बहुत ही गलत है, जहां पर सामाजिक लोग रहते हैं। पार्कों में इस तरह अश्लीलता नहीं फैलाना चाहिए। मार्निंग वाक एवं इवनिंग वाक के लिए कई लोग पार्क आते है लेकिन ऐसी स्थिति देखकर वो लौट जाते है।

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें