कन्नौज जिले में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वच्छ भारत मिशन योजना दम तोड़ती नजर आ रही है. जिले के एक गांव में अभी तक कोई भी शौचालय नहीं बना है. गांव में शौचालय न बनने की वजह से यहां के गरीब ग्रामीणों को मजबूरन खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है. यहां तक की गांव की महिलाओं को भी शौच के लिए खुले में जाना पड़ता है.

बताया जा रहा है की कन्नौज के सागरा गांव में अभी तक सरकार की ओर से कोई भी शौचालय नहीं बना है. गरीब ग्रामीण आस लगा कर बैठे की आखिर कब शौच बनेगा और उनको बाहर शौच जाने से राहत मिलेगी. गांव की महिलाओं को भी खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है और मजबूर महिलाएं टोलिया बनाकर खुले में शौच जाती हैं.

जमीनी स्तर पर नहीं शुरू  हुआ काम

आरोप है कि गांव के सचिव और प्रधान दोनों ही मिलकर सिर्फ कागजों में ही शौचालय का निर्माण कर रहे है. जमीनी स्तर पर अभी कोई भी काम शुरू नहीं हुआ है. इतने दिनों से चल रही घपलेबाजी में गांव की पंचायत विभाग की भी आंखे बंद है. गंगा किनारे होने की वजह से यह गांव सरकार की प्राथमिकता में शामिल है. लेकिन लगता है की सरकार योजना बनाकर सब भूल गयी है. सरकार और प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ही नहीं रही है. यहां तक की सब के सब सिर्फ अपना फायदा देख रहे है.

2 अक्टूबर 2017 में ओडीएफ हो जाना चाहिए था. लेकिन अभी तक सब हाँथ पे हाँथ धरे बैठे हुए है. जिसकी वजह से गांव के लोगो को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अभी भी हजारों लाभार्थियों को शौचालय बनने का इंतज़ार है. अब देखना ये है की इस हालात में प्रशासन जल्द से जल्द कार्यवाही करती है या फिर गाँव के लोगो को ऐसे ही खुले में शौच जाना पड़ेगा.

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