पीएम मोदी का सपना है कि अधिक से अधिक लोग स्वरोजगार से जुड़े खासकर महिलायें भी स्वाव लम्बी बनें। इसके लिए केन्द्र सरकार कई तरह की योजनायें भी चला रही है। धरातल पर सही ढंग से पहुंचे और लोग उनसे लाभान्वित हों ऐसा कम देखने को मिल पाता है। जनपद गाजीपुर की 14 महिलाओं ने इस दिशा में एक कदम बढ़ाया है, पुरूषों से कंधा से कंधा मिलाते चलती नजर आ रही है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन केन्द्र सरकार की एक योजना है, जिसके तहत सरकार ऐसी महिलाओं को मदद देती है। जनपद गाजीपुर के मुहम्मदाबाद की 14 महिलाओं ने इस योजना के तहत अपना एक समूह बनाया और मुहम्मदाबाद ब्लाक परिसर में प्रेरणा कैण्टीन खोला। जिसे वो खुद मिलकर चलाती हैं और इससे वो खुद स्वावलम्बी तो बनी ही अपने परिवार की आजीविका भी चला रहीं हैं।

14 महिलाओं ने मिलकर संचालित किया कैंटीन

आपने पुरूषों को ही कैंटीन संचालित करते हुये देखा होगा लेकिन गाजीपुर में एक ऐसी तस्वीर देखने को मिल रही है। जहां महिलायें एक कैण्टीन को संचालित करती नजर आ रहीं हैं। गाजीपुर का मुहम्मदाबाद ब्लाक का परिसर जहां ये महिलायें एक कैण्टीन को संचालित करती नजर आ रहीं हैं। पीएम मोदी की पहल पर केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय आजीविका मिशन योजना शुरू की। जिसके तहत ऐसे लोगों को सरकार मदद करती है जो स्वरोजगार करना चाहते है। खासकर महिलाओं को इस योजना में प्राथमिकता दी जाती है। इसी योजना के तहत मुहम्मदाबाद ब्लाक के मलिकपुर गांव की गरीब तबके की 14 महिलाओं ने मिलकर पहले एक समूह बनाया और 100-100 रूपया चंदा लगाकर 6 महीने में 15 हजार रूपया इकट्ठा किया।

कैंटीन से चला रही हैं परिवार

जिलाधिकारी ने इस राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत इन महिलाओं को कुछ फण्ड दिया और फिर अस्तित्व में आयी प्रेरणा कैण्टीन। इस कैण्टीन में जो भी चीजें मिलती हैं वो ये इन महिलाओं द्वारा खुद तैयार किया गया होता है चाहे वो समोसा हो,चाय हो या फिर मिठाई। धीरे-धीरे इस कैण्टीन में अब लोगों की भीड़ भी दिखने लगी है।इस कैण्टीन से अब इन 14 महिलायें जहां स्वावलम्बी बनी, और अब परिवार की अजीविका भी चला रही है।

समूह की अध्यक्ष मीना ने बताया कि ग्राम प्रधान ने हमें इस योजना की जानकारी दी। इस योजना के तहत हम 14 महिलाओं ने मिलकर एक समूह बनाया और 6 महीने में पैसा इकट्ठा किया। जिलाधिकारी के सहयोग से हमने इस कैण्टीन का संचालन शुरू किया। जब हम घर से बाहर निकल गये हैं तो हम पुरूषों से पीछे क्यों रहें।

जिलाधिकारी ने इस योजना के बारे में बताते हुये कहा कि ये केन्द्र और राज्य सरकार के सहयोग से चलने वाली वित्तपोषित एनआरएलएम योजना है। जिसमे हम महिलाओं का समूह बनाते हैं। उनको रिवाल्विंग फण्ड उपलब्ध कराते हैं और बैंक के माध्यम से उनको लोन भी दिया जाता है। इसी योजना का तहत मुहम्मदाबाद में प्रेरणा कैण्टीन खोली गयी है। ये एक अच्छी पहल है और इससे अन्य लोगों को प्रेरणा मिलेगी इसलिये इनको पूरी मदद दी जायेगी।

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