गुरुवार को विश्व एड्स दिवस है। दुनिया में सबसे खतरनाक बीमारी के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली एचआईवी एड्स की बीमारी का कोई इलाज तो नहीं है, लेकिन एंटी रेटरो वायरल ट्रीटमेंट के जरिये एड्स को ज्यादा से ज्यादा दूर रखा जा सकता है। मुरादाबाद के जिला अस्पताल में स्थित एआरटी सेंटर एचआईवी के शिकंजे में फंस चुके तमाम मरीजों के कदमों को भयावह एड्स की राह पर बढ़ने से रोक रहा है। दुनियाभर में 1 दिसंबर को विश्‍व एड्स दिवस के तौर पर मनाया जाता है और लोगों तक इस जानलेवा बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास होता है। सरकारी स्‍तर पर इस जागरूकता को बढ़ाने के लिए कई कोशिशें की जा रही हैं। साथ ही कई संस्थाएं स्वयं आगे आकर लोगों को जागरूक कर रहीं हैं।

  • वहीं मुरादाबाद में छात्रों ने अपने चेहरे को पेट करके लोगों में जागरूकता लाने की पहल की है।
  • विश्व एड्स दिवस पर यहां छात्राओं ने अपने चेहरे पेंट से कई संदशे लिखे हैं।
  • जिसके माध्यम से लोगों से एड्स के प्रति जागरूक रहने की अपील की जा रही है।
  • इसके साथ ही लोग एड्स जैसी गंभीर बीमारी से परिचित हो इसके लिए भी संदेश दिया जा रहा है।

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लखनऊ में छात्रों का मार्चः

  • राजधानी लखनऊ में एफ आई कॉलेज फॉर नर्सिंग के छात्रों ने मार्च निकाल कर लोगो को जागरूकर किया।
  • यहां इस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने हाथों में तख्तियां लेकर मार्च निकाला।
  • जिसमें लोगों से एड्स से बचने और जिंदगी से जुड़न की अपील की जा रही है।
  • कॉलेज छात्रों ने पैदल मार्च के जरिये विश्व एड्स दिवस पर लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास किया।
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