उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी की खबर पर भड़की हिंसा में यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को पहले लटकाकर मारा गया फिर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बवाल के दौरान भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध को घेरकर उनके ऊपर हमला किया। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की है, जिनमें 27 लोगों के खिलाफ नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा है कि इस मामले की भी जांच होगी कि पुलिसकर्मियों ने इंस्पेक्टर सुबोध को अकेला क्यों छोड़ा। वहीं बुलंदशहर बवाल के मुख्य आरोपी योगेश राज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त योगेश बजरंग दल का जिला संयोजक बताया जा रहा है। साथ ही पुलिस ने 27 नामजद और 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 333, 353, 427, 436, 394 और 7-क्रिमिनल अमेंडमेंट लॉ के तहत मामला दर्ज किया है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]पिता की मौत पर बेटे ने दिया बड़ा बयान[/penci_blockquote]
बता दें कि एडीजी इंटेलिजेंस एसवी शिरोडकर उस स्थान पर पहुंचे जहां पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार ने कल क्षेत्र में कथित मवेशी वध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों द्वारा हमला किया था। उन्होंने साक्ष्यों को इकट्ठा किया। वह सीएम को अपनी जाँच रिपोर्ट सौंपेगे। वहीं, बुलंदशहर में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के बेटे अभिषेक ने सामने आकर बड़ा बयान दिया है। ‘अपने पिता इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत पर उनके बेटे अभिषेक ने कहा, ‘मेरे पिता मुझे एक ऐसा अच्छा नागरिक बनाना चाहते थे, जो समाज में धर्म के नाम पर हिंसा को बढ़ावा ना देता हो। आज इस हिंदू मुस्लिम फसाद में मेरे पिता की जान गई है, कल किसके पिता की जाऩ जाएगी?’

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सड़कों पर उतर आए थे हिंदू संगठनों के लोग [/penci_blockquote]
आपको बता दें कि सोमवार को बुलंदशहर के स्याना इलाके में गोकशी की खबर पर हिंदू संगठनों के लोग सड़कों पर उतर आए थे। गुस्साई भीड़ ने सड़क पर जाम लगाते हुए गाड़ियों में तोड़फोड़ की और पुलिस पर भी हमला किया। भीड़ के हमले में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की जान चली गई। इस मामले में एसआईटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। गौरतलब है कि भीड़ की हिंसा का शिकार हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह 2015 में दादरी में मॉब लिंचिंग में मारे गए अखलाक मामले में भी जांच अधिकारी थे। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने मीडिया के सामने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि पुलिसकर्मियों ने इंस्पेक्टर सुबोध को भीड़ के बीच अकेला क्यों छोड़ा। वहीं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की एसआईटी जांच के आदेश देते हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिजनों के लिए 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]बुलंदशहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात[/penci_blockquote]
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर दुख जाहिर करते हुए दो दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश जारी किया है। ‘300 से 500 के बीच थी भीड़’ इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत गोली लगने से बताई गई है। वहीं, मौके पर मौजूद पुलिस इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने घटना के बार में बताया कि उग्र भीड़ ने सड़क जाम कर दी थी और वो लोग पुलिस टीम पर पत्थरबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों की संख्या 300 से 500 के बीच बताई जा रही है। इस हमले में इंस्पेक्टर सुरेश कुमार को भी चोट आई है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं, पहली- अवैध गोकशी को लेकर और दूसरी भीड़ के हिंसक प्रदर्शन को लेकर। मामले में अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एहतियात के तौर पर बुलंदशहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस का कहना है कि दोषी लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]400 लोगों की भीड़ ने 18 वाहनों और पुलिस चौकी को फूंका[/penci_blockquote]

उत्तर प्रदेश का बुलंदशहर सोमवार को गोकशी की आग में जल उठा। कथित गोहत्या के शक में उपजी हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार समेत दो लोगों की मौत हो गई। घटना के प्रत्यक्षदर्शी सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि करीब 300 से 500 लोगों ने पूरे पुलिस बल पर धावा बोला था। सुरेश कुमार ने बताया, ‘भीड़ ने सड़क जाम कर दी और पुलिस पर पत्थरबाजी करने लगे। उस समय वहां करीब 300 से 500 लोग थे। पूरी पुलिस बल पर हमला किया गया। मैं खुद भी घायल हो गया और इसके बाद मुझे नहीं पता क्या हुआ? बता दें कि बुलंदशहर में हुई इस हिंसा में 25-30 पशुओं का वध किये जाने की आशंका है। 400 लोगों की भीड़ ने जमकर उत्पात किया। उपद्रवियों ने 18 वाहनों को फूंक दिया। एक पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया। सीओ को चौकी में बंधक बना दिया, जिन्हें दीवार तोड़कर बाहर निकाला गया। भीड़ को काबू करने के दौरान पुलिस ने फायरिंग की। उपद्रवियों ने पथराव और फायरिंग की इसमें पुलिसकर्मियों सहित डेढ़ दर्जन लोग जख्मी हो गए।

[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”Crime News” background=”” border=”” thumbright=”yes” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”post_tag” orderby=”random”]

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें