पूरे विश्व के साथ जनपद गाजीपुर में भी नववर्ष मनाया जा रहा है पर गाजीपुर में इस पर्व के दो रूप देखने को मिले. जहाँ ज्यादातर युवा जनपद के एकमात्र पिकनिक स्पाट लार्ड कार्नवालिस मकबरे के पार्क में नजर आ रहे थे वहीं कुछ युवा ऐसे भी थे जिन्होंने अपना नववर्ष समाज के लावारिश, दिव्यांग, गरीब और असहायों के साथ मनाया.समाज का ऐसा वर्ग जिसकी परवाह करने वाला कोई नहीं है उसे यदि कोई ऐसा मिले जो उसके साथ नववर्ष मनाये और उन्हें आवश्यकता की चीजों के साथ अच्छा भोजन भी कराये तो इसे समाज का एक अच्छा पहलू कहा जायेगा.

युवाओं में नववर्ष का उत्साह देखने को मिला

जनपद गाजीपुर में सुबह से ही युवाओं में नववर्ष का उत्साह देखने को मिला ऐसे में हमने भी शहर का एक जायजा लेने का सोचा और निकल पड़े शहर के विभिन्न हिस्सों में. सबसे पहले हम पहुँचे समाजसेवी संजय सिंह के यहाँ. वहां संजय समाज के असहाय और गरीब लोगों को पोहा और खीर खिलाते नजर आये, साथ ही उन्होंने उनको कम्बल का वितरण भी किया और वो भी उच्च कोटि को कम्बलों की जिससे इन गरीबों को सर्दी से राहत मिल सके.

ऐसी टीम जो दिव्यांगों की सेवा में लगी हैं

फिर हम युवाओं की एक ऐसी टीम से रूबरू हुये जो दिव्यांगों और लावारिशों की सेवा में लगी हुई थी.वहीं एक बुजुर्ग लावारिश महिला जिसकी आँख का आपरेशन इनकी टीम द्वारा करवाया गया था और उसकी आँखों की रौशनी फिर वापस आयी थी, उनका सम्मान इन युवाओं की टीम द्वारा किया गया. यहाँ भी इनलोगों ने गरीबों में कम्बल का विरतण किया साथ ही इन गरीब और लावारिश लोगों को भोजन भी कराया.

 

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मकबरे के पार्क में समाज के हर वर्ग का हुजूम उमड़ा…

फिर हम पहुँचे जनपद में स्थित लार्ड कार्नवालिस मकबरे के पार्क में जहां समाज के हर वर्ग का हुजूम उमड़ा हुआ था खासकर जनपद के अधिकांश युवा यहाँ नव वर्ष का अनन्द लेते नजर आये. वहीं जनपद के कुछ हिस्सों में नववर्ष पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. दिव्यांगों की मां कही जाने वाली सविता सिंह और कर्मचारी संगठन ने संयुक्त रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें दिव्यांग बच्चों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया और दिव्यांग बच्चों को मिष्ठान आदि का वितरण भी इनके द्वारा किया गया.

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