जम्मू-कश्मीर में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद भड़की हिंसा और बेकाबू हुए हालातों पर चार अफ्रीकी देशों की यात्रा पूरी करके आज सुबह स्वदेश लौट कर आये पीएम मोदी ने समीक्षा बैठक बुलाई है। इस बैठक में पीएम कश्मीर के ताजा हालातों और आमजन की सुरक्षा स्थितियों की समीक्षा करेंगे। बताया जा रहा है कि पीएम ने कश्मीर के हालात पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के अलावा अन्य वरिष्ठ अफसरों की बैठक बुलाई है।

बुरहान आतंकवादी था, उसे आतंकी के तौर पर ही देखेंः

  • बैठक में पीएम ने राज्य सरकार को हिंसा से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा, इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार को केन्द्र की पूरी मदद का भी आश्वासन दिया है।
  • पीएम ने अपने बयान में साफ तौर पर कहा कि बुरहान एक आतंकवादी था, उसे आतंकी के तौर पर ही देखा जाना चाहिए और किसी के भी द्वारा उसे बड़ा नेता न बनाया जाए।
  • पीएम ने साफ किया कि पत्तथरबाजी करने वाले युवाओं से राज्य सरकार निपटेगी, लेकिन यदि सुरक्षा कर्मियों और सुरक्षा ठिकानो को निशाना बनाया जाएगा, तो सख्ती से निपटा जाएगा।
  • इसके साथ ही पीएम ने राज्य के हालात पर चिंता जताई और बेगुनाहों को परेशानी न होने देने की अपील की। पीएम ने अमरनाथ यात्रा को लेकर किए गए इंतजाम पर संतोष जताया है।

पीएम ने बुलाई बैठकः

पीएम मोदी की उच्च स्तरीय बैठक सुबह 10 बजे शुरू हुई, जिसमें में पीएम को वानी के मारे जाने से कश्मीर घाटी में पैदा हुई हालत का ब्योरा दिया गया। बैठक में कश्मीर हिंसा पर पाकिस्तान की ओर से सामने आए प्रोपेगैंडा पर भी चर्चा की गई।

गौरतलब है कि भारतीय सेना द्वारा हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को मारे जाने के बाद से कश्मीर घाटी में हिंसक विरोध-प्रदर्शन जारी हैं, जिसमें अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है।

प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, वित्त मंत्री अरुण जेटली विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है।

दूसरी तरफ अमरनाथ यात्रा दोबारा शुरू होने के बाद भी यात्रियों के नये जत्थे को जम्मू से रवाना नहीं किया गया है। इसके साथ ही जो यात्री बालटाल और पहलगाम में फंसे थे उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू वापस लाया जा रहा है।

बता दें कि हिंसा में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 1400 से अधिक लोग घायल हुए हैं। लगातार पांचवें दिन भी घाटी में हालात तनावपूर्ण रहें।

हालांकि इस बीच जम्मू और श्रीनगर के बीच ट्रक की आवाजाही शुरू कर दी गई है, जिससे कि पेट्रोल, डीजल, खाने-पीने की अन्य जरूरी चीजें पहुंचाई जा सकें।

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