बहुत जल्द ही जब आप अपने मोबाइल का बैक फ्लैप हटाकर देखेंगे तो वहां आपको ‘मेड इन इंडिया’ लिखा मिल सकता है।
नोएडा बना मोबाइल प्रोडक्शन हब:
- गौरतलब है कि, जबसे केंद्र सरकार ने आयातित उपकरणों पर पिछले साल के बजट में 10.5 ड्यूटी के अंतर की शुरुआत की है।
- तबसे नोएडा क्षेत्र इंडिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन हब बन गया है।
- जिसकी क्षमता 140 मिलियन उपकरण प्रतिवर्ष है।
- हालाँकि, क्वालकॉम और मीडियाटेक यह प्रोसेसर बनाने लगी हैं, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण घटक अभी भी चीन और ताइवान से आते हैं।
- इसके बावजूद इंडस्ट्री के लिए एक अच्छी शुरुआत कह सकते हैं।
- सूत्रों के मुताबिक, घरेलू कंपनियां वर्तमान समय में करीब 5-8 फ़ीसदी उत्पादन करती हैं।
- जो आने वाले 5 सालों में करीब 35 फ़ीसदी हो जायेगा।
- हालाँकि, क्षेत्र का ज्यादातर हिस्सा कोरियन कंपनियों सैमसंग और एलजी के कारण चलता है।
- जिन्हें यहाँ असेम्बल किया जाता है, हालाँकि कंपनी इसकी पुष्टि नहीं करती है।
- सैमसंग के अधिकारी ने कहा कि, हमारे सभी मोबाइल जो इंडिया में बिकते हैं, उन्हें यहीं नोएडा में बनाया जाता है।
- इसके अलावा क्षेत्र ने कई भारतीय कंपनियों जैसे, लावा, इंटेक्स, कार्बन आदि की भी फैक्ट्री हैं।
- क्षेत्र की हर फैक्ट्री करीब 3,000-4,000 डायरेक्ट जॉब के अवसर बनाती है।
- देश की राजधानी के करीब होने के कारण यहाँ पर सुविधाओं का विकास जल्दी और वृहद स्वरुप में हुआ है।
- सूचना एवं प्रसारण मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा है कि, इस क्षेत्र को आगे ले जायेंगे।
- संभवतः केंद्र सरकार इसे ‘मेक इन इंडिया’ का पार्ट भी बना सकती है।
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Divyang Dixit
Journalist, Listener, Mother nature's son, progressive rock lover, Pedestrian, Proud Vegan, व्यंग्यकार