Akhilesh Yadav : सशक्त समाज किसी भी बड़े परिवर्तन को जन्म देता है और परिवर्तन जीवन का आधार स्तम्भ है। माननीय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की योजनाबद्ध और समाज को सशक्त करने की राजनीति उत्तर प्रदेश की जनता के लिए आवश्यक परिर्वतन का आधार स्तम्भ तैयार करती है।
- अपने कार्यकाल में अखिलेश यादव ने महत्वपूर्ण और लाभकारी योजनाओं का न सिर्फ स्वप्न देखा।
- बल्कि उसे साकार रूप देने के प्रति निरंतर प्रयासरत भी रहें।
- उनके अथक प्रयासों के फलस्वरूप उत्तर प्रदेश आज एक बेहतर और आशाओं का राज्य बनने की दिशा की ओर अग्रसर है।
अखिलेश सरकार द्वारा शुरू की गयी बहुत सी लाभकारी योजनाओं में से कुछ योजनाएं इस प्रकार हैं-
लैपटॉप वितरण योजनाः–
- अखिलेश यादव ने प्रदेश की कमान सम्भालने के साथ ही युवाओं की नब्ज के साथ धड़कते इंटरनेट, कम्प्यूटर और इस सेवा से होने वाले लाभ को प्रदेश के युवाओं तक पहुँचाने के लिए निःशुल्क लैपटॉप वितरण की योजना का आरम्भ किया।
- इस योजना के अन्तर्गत 12वीं कक्षा पास करने वाले हर छात्र को निःशुल्क लैपटॉप वितरित किये गये।
- छात्रों के बीच होने वाली परस्पर प्रतिस्पर्धा को बढ़वा देने के लिए इस योजना को आज 500 श्रेष्ठ मेधावी छात्रों के लिए कर दिया गया है।
- टेक्नॉलाजी की दिशा में बढ़ते हुए देश के प्रति उत्तर प्रदेश के योगदान को उनकी युवा सोच और दूरदृष्टि ने नये आयाम देने का निरंतर प्रयास किया।
- इसी दिशा में उन्होंने कानपुर में एक सॉफ्टवेयर टेक्नॉलाजी का बनाने का निर्णय लिया।
- जिसके लिए UPTRON की 9,643 वर्ग यार्ड की भूमि को विकास प्राधिकरण को सौंपा गया।
कन्या विद्याधन योजनाः-
- यह योजना श्री अखिलेश यादव की संवेदनशीलता और दूरदृष्टि का एक और उदाहरण है।
- जिसके अन्तर्गत उन्होंने छात्राओं को एक निश्चित धनराशि प्रदान की।
- जिससे वह आगे आने वाले समय में अपनी शिक्षा पूरी कर सकें।
- इसे 12वीं या उसके समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की हुई छात्राओं को दिया जाता है।
- यह उन छात्राओं के लिए भी है जिन्होंने 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात पॉलीटेक्निक या औद्योगिक संस्थान से कम से कम दो साल का डिप्लोमा या ट्रेड सर्टिफिकेट प्राप्त किया हो।
- यह लाभ उन्हीं छात्राओं को मिलता है जिनके परिवार की कुल आय 35,000 रूपये से अधिक न हो, एवं गरीबी रेखा के नीचे बसर करने वाले परिवारों की बालिकाओं को वरीयता दी जाती है।
1090 की शुरूआतः-
- महिलाओं और युवतियों को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पहल से शुरू हुई 1090 वूमन पावर हेल्पलाइन योजना ने एक अचूक हथियार दिया।
- इस पावर हेल्पलाइन पर एक कॉल करके कोई भी युवती उसे अश्लील कॉल या एसएमएस करने वालों की शिकायत दर्ज करा सकती है।
- इस नम्बर पर शिकायत दर्ज कराने वाली युवती की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है।
- यह शिकायत किसी महिला पुलिस अधिकारी द्वारा ही दर्ज की जाती है।
- यह पावर हेल्पलाइन कितनी गंभीरता के साथ कार्य करती है।
- इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ शिकायक की जाती है।
- उसे पहले समझाया जाता है इसके पश्चात उसके माता-पिता से बात की जाती है।
- और फिर भी न मानने पर उसपर कानूनी कार्यवाही की जाती है।
- इसके साथ ही कानूनी कार्यवाही के दौरान उसे ना तो कोई चरित्र प्रमाण पत्र मिलता है ना ही पासपोर्ट और सरकारी नौकरी।
- अखिलेश सरकार की यह पहल महिला सुरक्षा की दिशा में बेहद सराहनीय कदम है।
108 और 102 एम्बुलेंस सेवायेः-
- 108 समाजवादी स्वास्थ सेवा और जननी सुरक्षा योजना के अंर्तगत गर्भवती महिलाओं के प्रसव के लिए 102 राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा का शुभारम्भ।
- अखिलेश यादव की सरकार द्वारा किया गया।
- इन सेवाओं से अब तक 42 लाख से ज्यादा लोगों को लाभ पहुँचा है।
- इसके साथ ही 25 लाख से अधिक गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुँचाया गया है।
- यह एम्बुलेंस सेवायें ग्रामीण इलाकों से सरकारी इलाकों तक सभी जगह उपलब्ध है।
- सूचना प्राप्ति से आधे घण्टे के भीतर ही पहुँचकर मरीज को सेवा उपलब्ध करा रहीं हैं।
किसान ऋण माफी योजनाः-
- मिट्टी से सोना उगाने वाले किसान जो खुद दो वक्त की रोटी जुटा पाने की कठिनाई से रोज गुजरते हैं।
- इसलिए क्योकिं वे ऋण की बेड़ियों में जकड़े रहते हैं।
- मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपने कथनानुसार कार्यकाल की शुरूआत में ही लाखों किसानों के ऋण को माफ किया।
- वित्तीय वर्ष 2015 और इसके बाद वित्तीय वर्ष 2016 को भी “किसान वर्ष” घोषित किया।
- उन्होंने किसानों के लिए कई नई सेवाओं को सिचाईं व टेकनालॉजी के अन्तर्गत लागू किया।
- इसी दिशा में उन्होंने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से किसानों को 20,000 करोड़ रूपये का ऋण देने के लिए कहा
- इस ऋण की भरपायी के लिए किसी भी प्रकार के बल को प्रयोग न करने के निर्देश दिये।
- मुख्यमंत्री स्वयं ऐसे एक लाख किसानों को अगले वर्ष यह राशि चेक के रूप में देंगे।
कामधेनु योजनाः-
- उत्तर प्रदेश आज दुग्ध उत्पादन का सबसे विशाल राज्य है।
- बावजूद इसके जानवरों की औसत उत्पादकता अन्य राज्यों की अपेक्षा कम है।
- जिसका मुख्य कारण उच्च उत्पादकता के जननद्रव वाले जानवरों की उपलब्धता में कमी हई।
- अखिलेश सरकार द्वारा शुरू की गई कामधेनु योजना, जो कि पराग की एक सघन डेरी व्यवस्था है।
- मिनी माइक्रो कामधेनु व्यवस्था जिसमें समाजवादी योजना के तहत बैंक से 20 लाख रूपये का ब्याज मुक्त ऋण डेरी फार्म के लिए लिया जा सकता है
- जिसमें दुग्ध की प्रष्ठभूमि पर 100 जानवर होंगे।
- 2014 में कार्यभार सम्भालने के साथ ही अखिलेश यादव ने कामधेनु योजना उच्च उत्पादकता जननद्रव वाले जानवरों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए जिसका लाभ बहुत से किसानों को मिला।
लखनऊ मेट्रोः-
- ऊर्जावान मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश की राजधानी को पर्यावरण अनुकूल वातावरण देने के लिए लखनऊ मेट्रो की नींव डाली गई जिसके प्रथम चरण का कार्य वर्ष 2017 तक पूर्ण होने की पूरी सम्भावना है।
- लखनऊ मेट्रो सिस्टम पूर्ण होने के पश्चात देश की सबसे तेज और सबस किफायती तेज गति पारगमन प्रणाली होगी।
आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वेः-
- बुनयादी ढाँचें से प्रदेश के छोटे बड़े हिस्सों को जोड़ने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे को हरी झण्डी दी।
- यह एक्सप्रेस-वे दो प्रमुख शहरों, प्रदेश की राजधानी लखनऊ और आगरा की 302 किमी की दूरी को जोड़ेगा और पूर्व निर्मित यमुना एक्सप्रेस-वे से निर्माणाधीन आगरा रिंग रोड के जरिए जुड़ेगा।
- यह एक्सप्रेस वे छः लेन का होगा जिसे भविष्य में आठ लेन का बनाया जा सकेगा।
- हांलाकि, निर्माणाधीन संरचना आठ लेन के अनुसार ही बनायी जा रही है।
जेनेश्वर मिश्र पार्कः-
- सपा के महान राजनीतिज्ञ स्वर्गीय जेनेश्वर मिश्र जी की स्मृति में बने इस पार्क को आम जनता के लिए 5 अगस्त 2014 को खोला गया।
- जो एशिया का सबसे बड़ा उद्यान होने का दावा करता है।
- इस उद्यान का शिलान्यास मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 6 अगस्त 2012 को किया था और इसकी प्रेरणा लन्दन के हाइड पार्क से ली गई थी।
- यह कहना अतिशयोक्ति नहीं कि 376 एकड़ की भूमि पर फैला हुआ यह उद्यान हाइड पार्क की तुलना में कहीं से भी कम है।
अखिलेश यादव:
- हरे-भरे पेड़ों और मखमली घास के खुले क्षेत्र के आलावा चलने के मार्ग, जौगिंग और साइकिल मार्ग इस पूरे पार्क में फैले हुए हैं।
- दो विशाल जलाशय और कई फव्वारें इसकी शोभा बढ़ाते हैं।
- पार्क में लगे प्रकाश हेतु सभी बल्ब एलईडी हैं जो बिजली की खपत को ध्यान में रखते हुए लगाये गये हैं.
- सुबह हो या शाम इस पार्क में जाने पर दिन के सुखद होने का एहसास हमेशा रहता है।
- पार्क में जनसुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है।
- जेनेश्वर मिश्र पार्क प्रदेश के गौरव को शिखर तक पहुँचाता है।
समाजिक कल्याण की योजनाएः-
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 8 मार्च 2016 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कहा कि समाज कल्याण तभी होता है
- जब महिलाएं उसमें बराबर की हिस्सेदार हों।
- अपने इस कथन के पश्चात उन्होंने महिला प्रधानों में से 100 सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली प्रधानो को एक लाख रूपये का पुरूस्कार देने की घोषणा की।
- इसके अतिरिक्त उन्होंने बुन्देलखण्ड और तराई इलाके की महिलाओं में गुणवत्ता के विकास के लिए 25 कौशल विकास केन्द्र खोलने का निर्णय लिया।
- मुख्यमंत्री ने “रेडियों मेरी आवाज-महिलाओं के लिए आनलाइन रेडियो स्टेशन” का आरम्भ किया।
- उन्होंने अपनी सरकार और छान्व फाउन्डेशन के सौजन्य से एसिड हमलों के उत्तरजीवियों के लिए राजधानी में शीरोज कैफे का आरम्भ किया
- जिसमें एक पुस्तकालय और एम्फिथियेटर शैली की तरह का प्रस्तुतिकरण क्षेत्र भी है।
Akhilesh Yadav
- इस कैफे में पीड़ित महिलायें काम करेंगी और इसी के साथ अखिलेश यादव ने 40 एसिड हमलों के उत्तजीवियों को ढाई लाख से लेकर दस लाख तक की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की जो उनकी क्षति के स्तर पर निर्भर होगी।
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रगतिशील विचारधारा और सकरात्मक सोच के साथ प्रदेश को देश के विकासशील राज्यों में से एक बनाने की दिशा में अथक प्रयास कर रहें हैं।
- राज्य के विकास के प्रति उनके दृष्टिकोंण और प्रयासों की सराहना करते हुए भारत रत्न रतन टाटा ने कहा कि वे प्रदेश के विकाश के लिए अपना समय, प्रयास और ऊर्जा सभी कुछ समर्पित करेंगे।
- उन्होंने यह भी कहा की मुख्यमंत्री सराहनाय कार्य कर रहें हैं और वे उन्हें अपना और राज्य का मित्र मान सकते हैं।
- उनके एक कथन के अनुसार उत्तर प्रदेश को अधिकतर गलत समझा जाता है और राज्य जल्द ही देश की प्रगति में कई मायनों में अग्रसर होगा।
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पहल और उनकी समाज की एकजुटता और कल्याण की राजनीति की सराहना राज्य के हर वर्ग में हो रही है
- आने वाले वर्षों में “उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश” बनाने में वे कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।