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उत्तर प्रदेश में पुलिस अधिकारी क्यों कर रहे आत्महत्या?

Why Police officers Commit Suicide in Uttar Pradesh

Why Police officers Commit Suicide in Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश में बुधवार को दो अफसरों के आत्मघाती कदम ने हर किसी को हिलाकर रख दिया। कानपुर नगर में एसपी पूर्वी पद पर तैनात 2014 बैच के आईपीएस सुरेंद्र दास ने बुधवार तड़के सरकारी आवास में जहरीला पदार्थ खा लिया। तबियत बिगडऩे पर स्टाफ ड्यूटी ने अधिकारियों को सूचना देकर उर्सला में भर्ती कराया। एसपी पूर्वी के जहर खाने की सूचना फैलते ही पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारी हरकत में आए और उन्हें उर्सला से रीजेंसी के आईसीयू में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल एसपी सिटी सुरेन्द्र दास की हालत नाजुक बनी हुई है।

रीजेंसी हॉस्पिटल के चीफ मेडिकल सुपरिंटेंडेंट राजेश अग्रवाल ने कहा है कि एसपी सुरेंद्र दास को वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनकी हालत अभी भी बेहद नाजुक है। अगले कुछ घंटे काफी अहम हैं। बुधवार शाम 4 बजे दोबारा मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाएगा। वहीं, गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे में उप मुख्य वाणिज्य प्रबंधक तरुण शुक्ला ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इन दो घटनाओं से प्रशासनिक अमला हलकान है। बता दें कि यूपी में काम के दबाव और छुट्टी ना मिलने से परेशान अधिकारी मानसिक रूप से तनाव में रहने लगते हैं, इसके चलते ये आत्मघाती कदम उठा रहे हैं।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]कई अफसर अस्पताल पहुंचे[/penci_blockquote]
इस बीच अस्पताल में कई वरिष्ठ अधिकारी पहुंच चुके हैं। इस बात पर कोई भी आधिकारिक बयान देने को तैयार नहीं है। सुरेंद्र कुमार दास 2014 बैच के आईपीएस हैं। उनका ट्रांसफर बीते महीने ही कानपुर में हुआ था। वह यहां एसपी पूर्वी के पद पर तैनात थे। उनकी पत्नी कानपुर मेडिकल कॉलेज में ही डॉक्टर हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह यूपी के बलिया के रहने वाले थे।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]पारिवारिक कलह के चलते उठाया कदम[/penci_blockquote]
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पारिवारिक कलह के चलते श्री दास ने यह कदम उठाया है। घटना वाली रात वह काफी परेशान थे। सुबह उल्टी होने पर उन्हें उर्सला ले गए। जहां कोई सीनियर डॉक्टर न होने पर पास ही स्थित एक निजी नर्सिंग होम ले जाया गया, लेकिन बाद में अधिकारियों के कहने पर रीजेंसी में भर्ती कराया गया।
बताते चलें कि अाईपीएस सुरेंद्र कुमार दास मूलतः बलिया के रहने वालें हैं। उनके पिता लखनऊ में ही रहते हैं। सुरेंद्र नें इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है।अस्पताल परिसर में मौजूद अधिकारियों ने घटना पर दोपहर को बयान जारी किया।

एसपी पश्चिमी संजीव सुमन ने कहा कि सुरेंद्र कुमार दास पारिवारिक कलह से परेशान थे। आशंका है कि उन्होंने उसी से तनाव में आकर ऐसा कदम उठाया हो। फिलहाल लखनऊ से उनके परिजन भी पहुंच चुके हैं। सुरेंद्र दास बलिया के रहने वाले हैं और इनकी पत्नी रवीना जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर से एमडी कर रही हैं। सुरेंद्र दास का परिवार फिलहाल लखनऊ में शिफ्ट है। पत्नी साथ में रहती हैं। एडीजी अविनाश चंद्र, मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा समेत कई आलाधिकारी उनकी तबियत पूछने अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने 48 घंटे बाद ही सही स्थित बताई जाने की बात कही। रीजेंसी में मौजूद डॉक्टर पत्नी, सास-ससुर व परिजन उनके जीवन रक्षा की कामनाएं करते रहे। लखनऊ में रहने वाले श्री दास के परिजनों को पुलिस ने सूचना दे दी है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]रेलवे अधिकारी में खुद को मारी गोली [/penci_blockquote]
इधर, गोरखपुर में पूर्वोत्तर रेलवे में उप मुख्य वाणिज्य प्रबंधक तरुण शुक्ला ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घर पर मौजूद छोटी बेटी तन्वी शुक्ला ने बताया कि पापा ने शाम तक जब ड्राइंगरूम का दरवाजा नहीं खोला तब उन्होंने आवाज दी। कहीं से कोई प्रतिक्रिया न होता देख ड्राइंगरूम के अंदर के दरवाजे की जाली और शीशा तोड़कर देखा तो पापा सोफे पर बैठे थे। उनका दोनों पैर सोफे के सामने मौजूद टेबल पर था। दोबारा आवाज दी पर कोई प्रतिक्रिया न होने पर पुलिस को सूचना दी। शाहपुर थाने की कौआबाग चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे और उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो देखा तरुण शुक्ला मृत पड़े हैं। मुंह और सीने पर खून निकला था। रिवाल्वर उनके सीने पर पड़ी थी। टेबल पर ही दो पन्ने का सुसाइड नोट भी था। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]इससे पहले भी संदिग्ध परिस्थितियों में हो चुकी है आईपीएस की मौत[/penci_blockquote]
बता दें, उत्तर प्रदेश के एटीएस हेडक्वॉर्टर में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। हालांकि विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना था कि उन्होंने आत्महत्या की थी। उनका शव इसी साल 29 मई को एटीएस के हेडक्वॉर्टर में उनके कमरे में मिला था।

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